Aaj Samaj (आज समाज),Classical Homeopathy Physician Dr. Jaishree Malik, अनुरेखा लांबरा,पानीपत: बड़ा हो या बच्चा हर किसी का स्वास्थ्य बहुत अहम होता है, लेकिन बच्चों के मामलों में स्वास्थ्य से जुड़ी बातें गंभीर हो जाती है। अक्सर पैरेंट्स ये कोशिश करते हैं कि उनके बच्चे को किसी भी तरह की परेशानियां न आए और अगर आ भी जाए तो उसे तुरंत ठीक कर लिया जाए। यह कहना है पानीपत की सुप्रसिद्ध क्लासिकल होम्योपैथी डॉ जयश्री मलिक का। डॉ जयश्री मलिक ने कहा कि पहले की तुलना में माता-पिता अब अपने बच्चे के स्वास्थ्य, आहार और स्वच्छता के बारे में अधिक चिंतित रहते हैं। जब वह अपने बच्चों को चिकित्सा प्रदान करने की सोचते हैं तो वह गुणवत्ता की ओर ज्यादा ध्यान देते हैं, क्योंकि आजकल दी जाने वाली एंटीबायोटिक के बहुत ज्यादा दुष्प्रभाव है।
- सिर्फ बड़े ही नहीं बल्कि बच्चों के लिए भी फायदेमंद है होम्योपैथी इलाज
- इम्यून सिस्टम को भी करता है मजबूत
- बिना किसी नुकसान के बीमारियों को जड़ से खत्म करती है होम्योपैथी दवा
एक सुरक्षित और असरदार इलाज
डॉ जयश्री मलिक ने बताया कि होम्योपैथिक इलाज आज से नहीं बल्कि सदियों से एक सुरक्षित और असरदार इलाज के रूप में देखा जाता है, होम्योपैथिक से इलाज बच्चा, बड़ा या फिर कोई भी बुजुर्ग आसानी से करवा सकता है और इससे कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता। बच्चों के लिए इसे ज्यादा सुरक्षित इसलिए भी माना जाता है क्योंकि अक्सर एलोपैथी दवा लेने के बाद बच्चों को नींद, थकान जैसी चीजें महसूस होती है लेकिन होम्योपैथी में ऐसा नहीं होता, ये काफी सुरक्षित इलाज माना जाता है।
रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा
डॉ जयश्री मलिक ने बताया कि होम्योपैथिक इलाज को बच्चों के लिए इसलिए लिए भी प्राथमिकता दी जाती है क्योंकि यह बच्चों की सभी बीमारियों को जड़ से खत्म करने के लिए काम करती है। साथ ही होम्योपैथिक इलाज के दौरान बच्चों को दी जाने वाली दवा उनके इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाने का काम करती है, जिससे कि बच्चे किसी भी बीमारी से लड़ने में सक्षम होते हैं। बच्चों को यह दवा काफी पसंद आती है क्योंकि इलाज की दवा मीठी होती है और बच्चे उसे आसानी से खा भी लेते हैं।
नहीं आती सर्जरी की नौबत
डॉ जयश्री ने बताया कि बचपन में ही सर्जरी ऑपरेशन और लंबा चलने वाले इलाज से ठीक होने वाली कई ऐसी बीमारियां भी होती है जिनसे अक्सर माता-पिता डरते हैं यही वजह है कि ज्यादातर पेरेंट्स अपने बच्चों को होम्योपैथिक दवा की ओर रुख करवाते हैं। इलाज में बच्चों को होने वाले अस्थमा शरीर में होने वाले आम संक्रमण, दस्त, पीलिया, दांत की समस्या चिकन पॉक्स रोग, बच्चों में इन्फेंटाइल कोलिक, ईजी डेंटीशन, डेंटीशन डायरिया, सांस रोकने वाले स्पेल्स इत्यादि को आसानी से ठीक किया जा सकता है होम्योपैथी बच्चों के भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक विकास के लिए भी अच्छा काम करती है।
खानपान में बदलाव
डॉ जयश्री ने कहा कि आजकल बाजार में तैयार खानपान में पूर्ण रूप से पोषक तत्व नहीं मिल पाते जो बच्चों के विकास के लिए ज़रूरी है। पोषक तत्वों के कारण ही बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। बच्चों को घर का बना हुआ ताजा खाना, जूस, फल, आदि पोषक आहार दे। डॉक्टर के परामर्श से ही दवा ले।
कैसे प्रभावी है होम्योपैथी दवा
उन्होंने बताया कि होम्योपैथी दवा प्राकृतिक पदार्थों की मदद से बनाई जाती है, इसके लिए कई जरूरी पेड़, पौधों और खनिजों का इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए इसे जड़ी-बूटी से तैयार की जाने वाली दवा कहा जाता है। ये दवाएं सीधे तौर पर शरीर के सेल्स पर काम करती है जो इंफेक्शन या बीमारी से प्रभावित होती है। इसके साथ ही इन दवाओं को लेते समय डॉक्टर की ओर से दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए और अपनी डाइट में सुधार लाना चाहिए।
होम्योपैथी कैसे है फायदेमंद
डॉ जयश्री ने बताया कि होम्योपैथी एक ऐसा इलाज का जरिया है, जिससे किसी को भी किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होता और ये एक सुरक्षित इलाज है। इसके साथ ही होम्योपैथी इलाज के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं की लत भी नहीं लगती। होम्योपैथी दवा, गर्भवती महिला, बच्चे, बड़े, बुजुर्ग या फिर गंभीर बीमारियों के रोगी भी इसकी दवा ले सकते हैं।