नई दिल्ली। आॅस्ट्रेलिया के सीमित ओवरों के कप्तान आरोन फिंच ने पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क के दावे को खारिज करते हुए कहा कि उनके देश के खिलाड़ियों ने भारत के खिलाफ 2018-19 की घरेलू टेस्ट सीरीज को सही भावना के साथ खेला था। क्लार्क ने अप्रैल में आॅस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों पर आरोप लगाया है कि आईपीएल अनुबंध को बचाने के लिए वे 2018-19 की सीरीज में भारतीय कप्तान विराट कोहली के खिलाफ छींटाकशी करने से डरते थे।
उस टेस्ट टीम का हिस्सा रहे फिंच ने स्पोर्ट्स तक से कहा, ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि वे आईपीएल अनुबंध के कारण वे किसी को प्रभावित करने के लिए ऐसा कर रहे थे। उन्होंने कहा, अगर आप किसी भी खिलाड़ी से पूछेंगे तो वह यही कहेगा कि सीरीज बहुत-बहुत चुनौतीपूर्ण थी। मुझे नहीं पता ऐसा विचार कहां से आया। गेंद से छेड़छाड़ विवाद के कारण स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर के निलंबन के बाद आॅस्ट्रेलियाई टीम की यह सिर्फ दूसरी टेस्ट सीरीज थी।
फिंच ने कहा, टीम एक बदलाव के दौर से गुजर रही थी और बहुत सारे खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहचान बनाने की कोशिश कर रहे थे। यह भारत के खिलाफ काफी मुश्किल है। उन्होंने कहा, किसी भी बल्लेबाज के लिए जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, इशांत शर्मा, उमेश यादव, रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन जैसे गेंदबाजों का सामना करना आसान नहीं है। फिंच ने कहा, क्लार्क ने कहा कि हम अच्छा बनने की कोशिश कर रहे थे लेकिन सच्चाई यह है टीम के खिलाड़ी अपने खेल को बेहतर करना चाहते थे। वे अपने सर्वश्रेष्ठ तरीके से टेस्ट मैच खेलना चाहते थे।
इस सलामी बल्लेबाज ने कहा, हर किसी को अपना विचार रखने का हक है। उन्होंने शायद (मैदान के) बाहर से कुछ देखा होगा जो हमने अंदर से नहीं देखा था। भारत ने इस सीरीज को 2-1 से जीता था। आॅस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने वाली उपमहाद्वीप की पहली टीम बनी थी। इससे पहले आॅस्ट्रेलिया के टेस्ट कप्तान टिम पेन, तेज गेंदबाज पैट कमिंस और भारत के पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने क्लार्क की इन टिप्पणियों को खारिज कर दिया था।
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