प्रवीण वालिया, करनाल :
सुश्री जसबीर, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी-सह-सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, करनाल ने बताया कि नारी निकेतन में रहने वाले कैदियों को दी जा रही सुविधाओं की जांच के लिए उन्होंने नारी निकेतन करनाल का दौरा किया। नारी निकेतन में वर्तमान में 54 कैदी हैं, जिनमें से 6 किशोर पूछताछ का सामना कर रहे हैं और उन्हें नारी निकेतन के अंदर स्थित आब्जर्वेशन होम में रखा गया है। अधीक्षक नारी निकेतन को सफाई व्यवस्था सुदृढ़ करने के निर्देश दिए गए हैं। अधीक्षक नारी निकेतन ने भी यहां की व्यवस्था के बारे में बातचीत की और कहा कि नारी निकेतन में कैदियों के लिए विशेष देखभाल की जरूरत है। नारी निकेतन में करीब 25 से 30 कैदी हैं जिन्हें विशेष देखभाल की आवश्यकता है, इनमें कुछ कानों से दिव्यांग व बोलने में असमर्थ हैं और अन्य मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं हैं। लेकिन उनकी विशेष जरूरतों का ध्यान रखने की विशेष व्यवस्था की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यहां पर दुभाषिया या परामर्शदाता के न होने के कारण महिलाओं को काफी समस्या हो रही है। आब्जर्वेशन होम की दो लड़कियों ने नारी निकेतन में कर्मचारियों के व्यवहार के बारे में मौखिक रूप से शिकायत की। अधीक्षक, नारी निकेतन को मामले को देखने और अधोहस्ताक्षरी को रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया गया।
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