सिविल सर्जन ने किया सेवा संघ नेत्र बैंक का दौरा Civil Surgeon Jayant Ahuja Statement
मनोज वर्मा, कैथल:
Civil Surgeon Jayant Ahuja Statement: सिविल सर्जन जयंत आहूजा ने सेवा संघ सस्था द्वारा संचालित नेत्र बैंक का दौरा किया तथा नेत्रदान से अंधता निवारण तक की व्यवस्था को देखा। उनके साथ सेवा संघ नेत्रबैंक के नेत्र सर्जन डा. दीपक गर्ग व संस्था के संस्थापक एवं महासचिव शिव शंकर पाहवा भी मौजूद रहे। गौरतलब है कि, हाल ही में इस नेत्र बैंक को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा जन सेवार्थ लोकार्पित किया गया है।
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सेवा संघ नेत्रदान कार्य में अब तक 270 से अधिक ने मरणोपरांत किये नेत्रदान Civil Surgeon Jayant Ahuja Statement
संस्थापक शिव शंकर पाहवा की अगुवाई में पिछले कुछ वर्षों से चल रहे सेवा संघ नेत्रदान कार्य में अब तक 270 से अधिक नेत्रदानियों ने मरणोपरांत नेत्रदान किया है। सिविल सर्जन डा. जयंत आहूजा ने संस्था के सदस्यों, पदाधिकारियों व सहयोगी संस्थाओं के मौजूद प्रतिनिधियों से रूबरू होते हुए बताया कि, सही मायने में कैथल में नेत्र बैंक की स्थापना एक सपने के हकीकत बनने जैसा है, जिसमें उन्होंने भी शिव शंकर पाहवा के किए गए प्रयासों में हर संभव विभागीय सहयोग देते हुए इसे जमीनी हकीकत बनाने में यथा संभव योगदान दिया। डा. आहूजा ने कहा कि, संस्था का हर स्वयं सेवक अपने आप में एक रोशनी की किरण बनकर मरणोपरांत नेत्रदान का संकल्प पत्र भरवाने जैसा पुनीत कार्य निरंतर करते रहे।
उन्होंने ये भी कहा कि, सभी को एक सलाहकार के रूप में उस उञ्चत ये कार्य करना होता है, जब पूरा परिवार अपने परिजन के जाने से गमजदा होता है और ऐसे संवेदनशील वञ्चत में परिवार की नेत्रदान के लिए सहमति लेना वास्तव में कठिन होता है, पर जज्बे के सामने नामूमकिन नहीं।
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आंखों को सुरक्षित रखने और लगाने की नेत्र बैंक में पूरी व्यवस्था Civil Surgeon Jayant Ahuja Statement
उन्होंने बताया कि, मृत्यु के 6 घन्टे की अवधि में स्वच्छ वातावरण में किये गये नेत्रदान के उपरांत आंखों को सुरक्षित रखने और अंधता निवारण के तहत उन आंखों को लगाने की नेत्र बैंक में पूरी व्यवस्था है। उन्होंने ये भी बताया कि, अब नेत्रदान में ली गई दो आंखों से केवल दो ही नहीं, दो से ज्यादा आंखों को रोशनी प्रदान करने की तकनीक विकसित है। अत: एक आंख से भी विभिन्न पहलुओं से कई लोग लाभान्वित हो सकते हैं।
उन्होंने महत्वपूर्ण टिप्स देते हुए सभी को नेत्रदान के सामाजिक प्रयास जारी रखने के लिए प्रेरित किया। डा. दीपक गर्ग जो लक्वबे समय से सेवा संघ की नेत्रदान प्रक्रिया का महत्वपूर्ण हिस्सा है, ने बताया कि, अब आंखों को करनाल भेजने की बजाए सेवा संघ नेत्र बैंक में निर्धारित तापमान में रखने की पूरी व्यवस्था है।
सेवा संघ नेत्रदान के टीम सदस्यों की सहयोगी भूमिका की सराहना की Civil Surgeon Jayant Ahuja Statement
उन्होंने आँखों को लगाने की पूरी प्रक्रिया की जानकारी देते हुए बताया कि, एक अधिनियम के तहत आंख किसे लगाई जाती है, इसे गुप्त रखा जाता है। उन्होंने इस प्रक्रिया से जुड़े सेवा संघ नेत्रदान के टीम सदस्यों के भी सहयोगी भूमिका निभाने में सराहना की। संस्थापक महासचिव शिवशंकर पाहवा ने बताया कि, नेत्रबैंक में सभी जरूरी मशीनें जिससे आंखों को लगाने से पहले उनका परीक्षण किया जाता है तथा फ्रिज इत्यादि की व्यवस्था भी हरियाणा सरकार के माध्यम से की गई और स्वयं मुक्चयमंत्री ने इस नेत्र बैंक को शुरू भी किया।
उन्होंने कहा कि, हमारा प्रयास है कि इस नेत्रदान व नेत्र लगाने की समुची प्रक्रिया की व्यवस्था भावी योजना के तहत निर्माणाधीन प्रथम तल पर की जाएगी। इस अवसर पर शिवशंकर पाहवा सहित संस्था के पदाधिकारियों व सदस्यों में जरनैल सिंह, प्रकाश नारंग, अशोक भारती, चंन्द्र मलिक, महेन्द्र खन्ना, सुभाष कथूरिया, अरविन्द चावला, नरेश कालड़ा, नरेश खरबंदा, मदन खुराना, सचिन धमीजा, बीबी सतीजा, आईडी अरोड़ा, ओपी खंडूजा सहित सीवन से मनोज आनंद, पूंडरी से प्रिंस गिरधर तथा नर नारायण समिति के राजेश गोयल भी उपस्थित रहे।
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