गुवाहाटी। नागरिकता संशोधित कानून के खिलाफ देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन हो रहे हैं। असम इन प्रदर्शनों के दौरान चार लोगों की मौत हो गई। असम के डीजीपी भाष्कर ज्योति महंता ने कहा कि पुलिस की कार्रवाई में दुर्भाग्य से चार लोगों की मौत हो गई। हालात ऐसे हो गए थे कि पुलिस को अधिक से अधिक लोगों और संपत्तियों को बचाने के लिए फायरिंग करनी पड़ी। मगर अब हालात काफी सामान्य हैं। इस कानून के विरोध को रोकने के लिए गुवाहाटी में कर्फ्यू चल रहा था जिसे मंगलवार को हटा लिया गया है। डीजीपी भाष्कर ज्योति महंता ने आगे कहा कि नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान अब तक 190 प्रदर्शनकारियों को गिरप्तार किया गया है और 136 केस दर्ज किया गया। ये लोग सामान्य लोकतांत्रिक प्रदर्शनकारी नहीं थे, लेकिन हिंसा में लिप्त लोगों, जिनमें कुछ षड्यंत्रकारियों को भी गिरफ्तार किया गया है।
इनमें विभिन्न संगठनों के कुछ प्रमुख नेता भी शामिल हैं। कानून एवं व्यवस्था की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री सबार्नंद सोनोवाल द्वारा सोमवार को बुलाई गई एक बैठक में गुवाहाटी से कर्फ्यू हटाने का निर्णय लिया गया। बता दें कि प्रदर्शनकारियों ने तीन रेलवे स्टेशन, एक पोस्ट आॅफिस, एक बैंक , एक बस टर्मिनस, कई दुकानें, वाहनों और कई अन्य सार्वजनिक सम्पत्तियों को आग के हवाले कर दिया था। आधिकारिक बयान के अनुसार, ” गुवाहाटी में कल (मंगलवार को) सुबह छह बजे से पूरी तरह कर्फ्यू हटाने का निर्णय लिया गया है। बयान में हालांकि मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल करने के बारे में कोई जिक्र नहीं है। उन्होंने बताया कि डिब्रूगढ़ में मंगलवार को सुबह छह बजे से 14 घंटे तक कर्फ्यू में ढील दी जाएगी।