भारत कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ रहा है। भारत कोरोना वायरस यानी कोविड-19 की दो लहर सह चुका है। दूसरी कोरोना वायरस की लहर मेंभारत में बहुत तबाही मचाई थी अस्पतालों में कहीं बेड नहीं था तो कहीं आक्सीजन नहीं था। कोरोना वायरस से महायुद्ध में सबसे बड़ा हथियार वैक्सीन है। पूरे देश मेंतेजी से कोरोना की वैक्सीन लगाई जा रही है। लाखों लोगों को हर रोज कोरोना वैक्सीन का डोज दिया जा रहा है। फिलहाल देश में विकसित हुई कोवैक्सीन और दूसरी कोविशिल्ड वैक्सीन लोगों को लगाईजा रही है। अब कोरोना वायरस के खिलाफ भारत की जंग और मजबूत होगी। ड्रग कंट्रोलर जनरल आॅफ इंडिया ने मंगलवार को मॉर्डना की वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए आयात की इजाजत दे दी गई है। सिप्ला को इसके आयात की इजाजत दे दी गई है। सूत्रों की माने तो सिप्ला ने सोमवार को मॉडर्ना वैक्सीन आयात करने के लिए डीसीजीआई से अनुमति मांगी थी।