Chirag Paswan: लोजपा अध्यक्ष ने अमित शाह से की मुलाकात, लगने लगे ये कयास

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Chirag Paswan लोजपा अध्यक्ष ने अमित शाह से की मुलाकात, लगने लगे ये कयास
Chirag Paswan : लोजपा अध्यक्ष ने अमित शाह से की मुलाकात, लगने लगे ये कयास

Chirag Paswan Meets Amit Shah, (आज समाज), नई दिल्ली: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास पासवान) के अध्यक्ष और केेंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने शुक्रवार को यानी पिछले कल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। इस मुलाकात के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि केंद्र सरकार से नाराजगी को खत्म करने के मकसद से चिराग ने अमित शाह से मुलाकात की है। दरअसल, हाल ही की कुछ अहम घटनाओं पर गौर करें तो चिराग अधिकतर मुद्दों पर सरकार के खिलाफ बोलते नजर आए हैं।

हर मुद्दे पर सरकार से असहमति दिखाई

चाहे जाति जनगणना या एससी-एसटी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध हो या लैटरल एंट्री का विरोध हो, चिराग ने हर मुद्दों पर सरकार से असहमति दिखाई है और उन्होंने विपक्ष की तरह अपनी भूमिका निभाई। वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पर भी चिराग ने अपना स्टैंड लगभग विपक्ष जैसा रखा।

विपक्ष के भारत बंद का समर्थन किया

चिराग यहां तक कहने लगे थे कि बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं हुआ, तो विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी अकेले लड़ेगी। इससे पहले वह आरक्षण पर सरकार के स्टैंड के खिलाफ खड़े थे। उन्होंने विपक्ष के भारत बंद का समर्थन किया। वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पर भी बीजेपी के सहयोगी अन्य दलों से चिराग अलग अंदाज में नजर आए। अंदरूनी सूत्रों से के मुताबिक चिराग की इस चाल से बीजेपी नाराज चल रही है। पार्टी के कई शीर्ष नेताओं में नारजगी है। कल अमित शाह के साथ मुलाकात से पहले चिराग के चाचा पशुपति पारस ने भी बिहार बीजेपी के अध्यक्ष से मुलाकात की थी।

पीएम मोदी से मुझे कोई अलग नहीं कर सकता: चिराग

गृहमंत्री शाह के साथ अपनी मुलाकात की तस्वीरें भी चिराग ने सोशल मीडिया पर शेयर की हैं। साथ ही उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि नरेंद्र मोदी के प्रति मेरा प्यार अटूट है और जब तक वे प्रधानमंत्री हैं, उनसे मुझे कोई अलग नहीं कर सकता है।

बता दें कि चिराग पासवान की पार्टी एनडीए का हिस्सा है और वह खुद नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री हैं। इसके बवजूद लगभग 3 महीने के एनडीए सरकार के कार्यकाल में चिराग के बयान से नहीं लगता कि वे नरेंद्र मोदी के हनुमान हैं। जिन दिनों उनकी पार्टी में टूट पड़ गई थी और वह अकेले पड़ गए थे, तब वह खुद को पीएम नरेंद्र मोदी का हनुमान बताते थकते नहीं थे। मोदी जी भी उन्हें करीब रखते देते थे, पर अब मोदी सरकार के फैसलों या एनडीए के स्टैंड पर ही चिराग मुंह मोड़ ले रहे है।