नई दिल्ली। भाजपा के कद्दावर नेता चिन्मयानंद पर उनके ही कॉलेज की छात्रा ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। पीड़ित छात्रा ने चिन्मयानंद से संबंधित कई वीडियो एसआईटी को दिए थे। हालांकि छात्रा का बयान दर्ज होेने के बाद भी चिन्मयानंद की गिरफ्तारी नहीं हुई थी। पीड़ित छात्रा ने फिर इलाहाबार कोर्ट का रूख किया था और कहा था कि क्या यूपी पुलिस और एसआईटी मेरे मरने का इंतजार कर रहे हैं तब चिन्मयानंद को गिरफ्तार करेंगे। अब जबकि चिन्मयानंद को चौदह दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, भाजपा के सीनियर नेता और पूर्व गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद ने अपने ऊपर लगे ज्यादातर आरोपों को स्वीकार कर लिया है। केस के लिए गठित विशेष जांच दल के चीफ नवीन अरोड़ा ने कहा- स्वामी चिन्मयानंद ने बॉडी मसाज और यौन वातार्लाप समेत उन पर लगे सभी आरोपों को उन्होंने मान कर लिया है। एसआईटी चीफ ने कहा कि परिस्थितिजन्य साक्ष्यों की जांच की जा रही है। एसआईटी चीफ नवीन अरोड़ा ने आगे कहा कि स्वामी चिन्मयानंद ने कहा वे और ज्यादा कुछ नहीं बोलने चाहता हैं कि क्योंकि वे अपने कृत्यों पर शर्मिंदा हैं।
यौन शोषण के आरोपी चिन्मयानंद को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में स्थानीय अदालत ने चिन्मयानंद को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा। इससे पहले कई दिनों की जद्दोजहद के बाद अंतत: यौन शोषण के आरोपी स्वामी चिन्मयानंद को शुक्रवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। चिन्मयानंद को उनके ही कॉलेज की छात्रा और उसके पिता द्वारा दर्ज कराए गए यौन उत्पीड़न और दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी स्वामी के ही मुमुक्ष आश्रम से हुई। बताया जा रहा है कि एसआईटी टीम ने यूपी पुलिस के साथ मिलकर चिन्मयानंद को शुक्रवार सुबह उनके मुमुक्षु आश्रम से गिरफ्तार किया गया है।