बीजिंग। कमजोर घरेलू मांग और अमेरिका के साथ व्यापार युद्ध के कारण चीन की सकल घरेलू उत्पाद यानीजीडीपी विकास दर 2019 में 6.1 प्रतिशत रही जो कि पिछले तीन दशक में सबसे कम है। नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स ने चीन की अर्थव्यवस्था से संबंधित आंकड़े जारी किए हैं। चीन के नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स ने बताया कि यह दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का 1990 के बाद से सबसे खराब प्रदर्शन है। वहीं, संयुक्त राष्ट्र ने कल यानी 16 जनवरी को कहा कि भारत की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में 5.7 प्रतिशत रह सकती है। यह वैश्विक निकाय के पूर्व के अनुमान से कम है।संयुक्त राष्ट्र के एक अध्ययन में कहा गया है कि कुछ अन्य उभरते देशों में जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर में इस साल कुछ तेजी आ सकती है। पिछले साल वैश्विक आर्थिक वृद्धि दर सबसे कम 2.3 प्रतिशत रहने के बाद संयुक्त राष्ट्र ने यह बात कही। भारत के बारे में रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 5.7 प्रतिशत रह सकती है। हालांकि डब्ल्यूईएसपी 2019 में इसके 7.6 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया था।