नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से भारत द्वारा हटाए गए आर्टिकल 370 और उसे केंद्र शासित प्रदेश घोषित करने को लेकर चीन ने बयान दिया। अब तक चीन जम्मू-कश्मीर के मामले में खुलकर बयान नहीं दे रहा था। हालांकि वह पाकिस्तान के सुर में सुर मिलाता था लेकिन गुरुवार को चीन ने खुलकर जम्मू-कश्मीर पर बयान दिया। अब चीन की ओर से दिए गये बयान का भारत के विदेश मंत्रालय ने जवाब दिया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के मामले पर भारत पहले से ही अपना स्टैंड साफ कर चुका है। इसलिए चीन या फिर किसी दूसरे देश को इस मुद्दे पर टिप्पणी करने का हक नहीं है। हम अन्य देशों से ऐसी अपेक्षा नहीं करते हैं। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न अंग है। उन्होंने कहा कि ये यूरोपीय सांसद यूरोप के विभिन्न देशों और विभिन्न राजनीतिक दलों से संबंधित थे। जम्मू-कश्मीर और आर्टिकल 370 को लेकर चीन की ओर से दिए गये बयान का विदेश मंत्रालय ने जवाब दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हम अन्य देशों से भी भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने की उम्मीद करते हैं। बता दें कि खुले तौर पर चीन ने भारत के जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश घोषित करने के निर्णय का विरोध किया। चीन ने जम्मू-कश्मीर के फैसले को गैर कानूनी और अमान्य बताया। इसके अलावा विदेश मंत्रालय ने यूरोपीय सांसदों के दौरे पर भी जवाब दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि सरकार के ध्यान में लाया गया कि यह प्रतिनिधिमंडल भारत का दौरा करने जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत का दौरा करने वाले यूरोपीय सांसदों ने भारत के बारे में जानने की गहरी इच्छा व्यक्त की थी। एक तरह से यह एक दोस्ताना दौरा है। उन्होंने कहा कि ये यूरोपीय सांसद यूरोप के विभिन्न देशों और विभिन्न राजनीतिक दलों से संबंधित थे।