नई दिल्ली। चीन में कम्युनिस्ट शासन की स्थापना के 70 साल पूरे हो रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट की माने तो चीन इस परेड में अपने आधुनिक हथियारों का प्रदर्शन करेगा। इस मौके पर पूरे चीन में जश्न की तैयारी जोरो से चल रही है। अपनी 70वीं सालगिरह के जश्न के मौके पर चीन अब तक का अपना सबसे बड़ा सैन्य परेड का आयोजन भी करेगा। चीन ने इससे पहले अपना सबसे बड़ा सैन्य प्रदर्शन 2015 में किया था। इस परेड में कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी मौजूद थे। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति पार्क गुएन ह्वे और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इसमें शामिल हुए थे। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार के परेड में भी दुनिया के कई बड़े नेता शामिल हो सकते हैं। चाइन डेली में बताया गया है कि इस परेड में 32 यूनिट के जरिए लगभग 580 हथियारों का प्रदर्शन किया जाएगा। जिसमें मिसाइल, सबमरीन, मानव रहित विमान शामिल होंगे।
इसके अलावा 12 यूनिटों में 160 से अधिक फाइटर जेट्स, बॉम्बर्स, अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल प्लेन, अटैक हेलीकॉप्टर, मिलिट्री एयरक्राफ्ट परेड में हिस्सा लेंगे। इसके अलावा पीपुल्स लिबरेशन आर्मी, पीपुल्स आर्म्ड पुलिस फोर्स, रिजर्व सर्विसेज और मिलिटिया के लगभग 15,000 अधिकारी और सैनिक परेड में हिस्सा लेंगे। सैनिकों की पंद्रह इकाइयां थ्येनआनमन चौक पर पैदल मार्च करेंगी। वहीं जिनमें डीएफ-41 मिसाइल, जेएल-2 सबमरीन लॉन्च बैलिस्टिक मिसाइल, डीएल-17 मिसाइल जैसे प्रमुख हथियारों का प्रदर्शन कर सकता है। इन हथियारों में डीएफ-41 मिसाइल चीन की सबसे उन्नत आईसीबीएम मिसाइल है। जिसकी मारक क्षमता 7500 मील के आसपास है। हो सकता है कि चीन इस मौके पर इसे दुनिया के सामने ला सकता है। इस सैन्य परेड का आयोजन बीजिंग के मशहूर थ्येनआनमन चौक पर किया जा रहा है। परेड की सलामी राष्ट्रपति शी जिनपिंग लेंगे, उसके बाद मार्च पास्ट होगा।