पिछले साल की अपेक्षा इस मार्च में 12.4% बढ़ा निर्यात

US-China Tariff War (आज समाज), बिजनेस डेस्क : वर्तमान में विश्व की दो बड़ी आर्थिक महाशक्तियों के बीच व्यापारिक युद्ध का खतरा मंडरा रहा है। इसका असर विश्व के कई देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर प्रत्यक्ष रूप से पड़ता दिखाई दे रहा है। एक तरफ जहां अमेरिका सोच रहा था कि टैरिफ बढ़ाकर वह चीन को व्यापार मामले में बैकफुट पर धकेल देगा वहीं चीन ने पूरी दुनिया को चौंकाते हुए निर्यात के मामले में उल्लेखनीय वृद्धि हासिल की है। आर्थिक सर्वेक्षणों की बात करें तो पिछले साल मार्च के मुकाबले इस सााल मार्च में चीन के निर्यात में 12.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।

निर्यात में वृद्धि के पीछे यह कारण बताया जा रहा

कंपनियों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की ओर से लगाए गए टैरिफ में वृद्धि से बचने के लिए निर्यात में जोर लगाया है, जिससे यह तेजी देखी गई। चीन की सरकार ने सोमवार को इसका एलान किया। चीन के सीमा शुल्क विभाग ने बताया कि आयात में 4.3% की गिरावट आई। बयान के अनुसार, विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से निर्यात वर्ष के पहले तीन महीनों में एक वर्ष पहले की तुलना में 5.8% बढ़ा, जबकि आयात में 7% की गिरावट आई। मार्च में चीन का अमेरिका के साथ व्यापार अधिशेष 27.6 बिलियन डॉलर रहा, जबकि इसके निर्यात में 4.5% की वृद्धि हुई। वर्ष की पहली तिमाही में अमेरिका के साथ चीन का व्यापार अधिशेष 76.6 अरब डॉलर रहा।

अमेरिका ने 145 प्रतिशत तक लगाया टैरिफ

ट्रंप की व्यापार नीतियों में हालिया संशोधनों के अनुसार, चीन को अमेरिका को किए जाने वाले अधिकांश निर्यात पर 145% टैरिफ का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, निर्यात में सबसे अधिक वृद्धि चीन के दक्षिण-पूर्वी एशियाई पड़ोसियों को हुई, जहां मार्च में चीन से निर्यात में एक साल पहले की तुलना में लगभग 17% की वृद्धि हुई। अफ्रीका को निर्यात में 11% से अधिक की वृद्धि हुई।

अमेरिका को जवाब देने के लिए चीन ने बनाई नई नीति

सीमा शुल्क प्रशासन के प्रवक्ता ल्यू डालियांग ने कहा कि चीन एक जटिल और गंभीर बाहरी स्थिति का सामना कर रहा है, लेकिन आसमान नहीं गिरेगा। उन्होंने चीन के विविध निर्यात विकल्पों और विशाल घरेलू बाजार की ओर इशारा किया। जब उनसे चीनी आयात में गिरावट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि चीन लगातार 16 वर्षों से विश्व का दूसरा सबसे बड़ा आयातक रहा है, और वैश्विक आयात में उसका हिस्सा लगभग 8% से बढ़कर 10.5% हो गया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में और भविष्य में बड़ा चीनी बाजार विश्व के लिए एक बड़े अवसर की तरह है।

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