भले ही चीन की आलोचना दुनिया के कई देश कोरोना वायरस के कारण कर रहे हों लेकिन चीन नई-नई टेक्नालजी को तैयार करने में लगा है। चीन अब बुलेट ट्रेन से भी उपर कुछ बनाने जा रहा है। वह ऐसी टेक्नालजी बनाने मेंलगा है जिससे केवल एक घंटे में ही दुनिया के किसी भी देश में पहुंचा जा सके। बुलेट ट्रेन 350 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलती है। लेकिन चीन कुछ ऐसा तैयार करनेजा रहे हैं जिससे दुनिया के किसी भी देश की दूरी कोई समस्या नहीं रह पाएगी। चीन के एक बड़े वैज्ञानिक ने इसके लिए 2045 का लक्ष्य तय करते हुए कहा है कि यह विमान उड़ानों जितना सामान्य होगा। चीन सरकार केअखबार अखबार ग्लोबल टाइम्स की एक रिपोर्टमें कहा गया कि चाइना एयरोस्पेस साइंस एंड टेक्नॉलजी कॉपोर्रेशन (सीएएससी) के साइंस एंड टेक्नॉलजी कमिशन के डायरेक्टर बाओ वेइमिन ने 2020 चाइना स्पेस कांफ्रेंस के दौरान यह विचार दिया। यह कार्यक्रम पूर्वी चीन के फुजिआन प्रांत की राजधानी फुझोउ में आयोजित किया गया है। बाओ ने कहा कि इस लक्ष्य तक पहुंचने के लिए तीन डिवेलपमेंट्स की जरूरत होगी। 2025 से पहले अहम टेक्नॉलजी का विकास करना होगा। 2035 तक स्पेस ट्रैवल जैसे एयरलाइनर का स्केल इतना बड़ा होगा कि हजारों यात्री और हजारों किलो सामानों को ढोया जा सकेगा।