Aaj Samaj (आज समाज),Child Protection Stakeholder Consultatio, पानीपत : एनएसीजी-ईवीएसी भारत के हरियाणा राज्य समूह और महिला एवं बाल विभाग हरियाणा द्वारा संयुक्त रूप से बाल संरक्षण हितधारक परामर्श (हिपा) गुरुग्राम में आयोजित किया गया। हरियाणा सरकार की महिला एवं बाल विकास निदेशक मोनिका मलिक(आईएएस) इस बैठक में मुख्य अतिथि रहीं। एनएसीजी-ईवीएसी इंडिया बच्चों के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने के लिए दक्षिण एशिया पहल (एसएआईईवीएसी) का एक देश-स्तरीय नागरिक समाज मंच है, जो दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय एसोसिएशन (सार्क) का एक शीर्ष निकाय है।
ये दिए सुझाव
पानीपत हरियाणा से बच्चों के अधिकार से संबंधित क्षेत्र में कार्य करने वाली संस्था हुमाना पीपल टू पीपल इंडिया एवं बाल अधिकार सुरक्षा समिति सम्मिलित हुई एवं पानीपत जिले में संबंधित समस्या एवं कुछ सुझाव प्रस्तुत किए। सलाहकार सुधा झा ने बताया कि 0 से 6 वर्ष के बच्चों जिनके माता-पिता प्रवासी मजदूर हैं ऐसे बच्चों का आंगनवाड़ी में रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाता है। पॉक्सो के केस में केस रजिस्टर्ड होने के बाद काउंसलिंग एवं बच्चे के स्टडी का फॉलोअप एवं निगरानी की जरूरत है। गंभीर पोक्सो केस में जिला में सरकारी अस्पताल में इलाज संभव नहीं होने पर तत्कालीन सुविधा के लिए प्राइवेट अस्पताल में मदद में आर्थिक मदद में सहयोग की आवश्यकता है। असंगठित क्षेत्र के मजदूर वर्कर महिलाओं के लिए क्रेच की सुविधा की जरूरत है, जिससे छोटी उम्र के बच्चों को सुरक्षित माहौल मिले। जिले में चाइल्ड फ्रेंडली पुलिस स्टेशन की जरूरत है। सभी संबंधित विभागों में बाल अधिकार कानूनों के विशेष ट्रेनिंग की व्यवस्था होनी चाहिए। एडवोकेसी प्रस्ताव के मामले में सीएसआर से सहयोग की अपेक्षा है।
जिला स्तर पर निगरानी कमेटी की जरूरत
हुमाना पीपल टू पीपल इंडिया संस्थान के एक्शन अगेंस्ट चाइल्ड लेबर प्रोजेक्ट हेड वास्ता मारडी ने कहा बाल श्रम से मुक्त किए हुए बच्चे भीख मांगने वाले बच्चे एवं आउट ऑफ स्कूल माइग्रेंट बच्चों के स्कूल दाखिला संबंधित डाक्यूमेंट्स मेकिंग में समस्या, बालश्रम से मुक्त किए हुए छात्रों की शिक्षा, काउंसलिंग के लिए जिला स्तर पर निगरानी कमेटी की जरूरत है।
सहयोगात्मक प्रयास निरंतर करते रहेंगे
चिल्ड्रन विद स्पेशल नीड्स प्रोजेक्ट हेड ज्योतिष कुमार ने भी अपने सुझाव रखे और उपरोक्त सभी समस्याओं पर चर्चा की। सुधा झा ने बताया उम्मीद है इस बड़े मंच पर बच्चों के संबंधित समस्याओं का हल जरूर निकाला जाएगा। गुरप्रीत कौर राज्य संयोजक एनएसीजी – ईवीएसी इंडिया हरियाणा चैप्टर, ने कहा कि हम हरियाणा में बाल संरक्षण प्रणाली सुनिश्चित करने के लिए सहयोगात्मक प्रयास निरंतर करते रहेंगे। एनएसीजी – ईवीएसी इंडिया के अध्यक्ष संजय गुप्ता ने कहा हम अगले पंद्रह दिनों में इस परामर्श से प्राप्त मुख्य निष्कर्ष महिला एवं बाल विभाग हरियाणा को भेजेंगे और इन पर कार्रवाई करने के लिए सभी प्रकार की सहायता सुनिश्चित करेंगे। हरियाणा सरकार की महिला एवं बाल विकास निदेशक मोनिका मलिक (आईएएस) एवं इस बैठक मुख्य अतिथि ने करवाहि हेतु आशावासन दीया और उन्होंने कहा कि जो भी कमियां आ रही हैं, उन्हें दुरस्त किया जाएगा।