- छह महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर रहेगा विशेष फोकस
Chief Secretarie National Conference, (आज समाज), नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) आज नई दिल्ली में आयोजित मुख्य सचिवों के चौथे राष्ट्रीय सम्मेलन (Chief Secretaries 4th National Conference) की अध्यक्षता करेंगे। नीति आयोग द्वारा आयोजित तीन दिवसीय सम्मेलन का उद्देश्य केंद्र और राज्य सरकारों के बीच साझेदारी को सशक्त बनाने के साथ ही भारत में सहकारी संघवाद को मजबूत करना है। सम्मेलन का विषय-‘उद्यमिता, रोजगार और कौशल को बढ़ावा देना – जनसांख्यिकी लाभांश का लाभ उठाना’ है। इसके तहत, सम्मेलन विभिन्न प्रमुख क्षेत्रों को संबोधित करेगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय की विज्ञप्ति में यह दी है जानकारी
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुख्य सचिवों का सम्मेलन सहकारी संघवाद को मजबूत करने व तेजी से विकास हासिल करने के लिए केंद्र और राज्यों के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित करने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण से प्रेरित है। विज्ञप्ति के मुताबिक बैठक में छह महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इन क्षेत्रों में विनिर्माण, सेवाएं, ग्रामीण गैर-कृषि रोजगार, शहरी विकास, नवीकरणीय ऊर्जा और परिपत्र अर्थव्यवस्था शामिल हैं जिन पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। इसका उद्देश्य सर्वोत्तम प्रथाओं और रणनीतियों को साझा करना है जिन्हें राज्य और केंद्र शासित प्रदेश विकास और विकास को बढ़ावा देने के लिए अपना सकते हैं।
जून 2022 में धर्मशाला में हुआ था पहला सम्मेलन
बता दें कि पहला सम्मेलन जून 2022 में धर्मशाला में आयोजित किया गया था। वहीं दूसरा और तीसरा सम्मेलन क्रमश: जनवरी और दिसंबर 2023 में नई दिल्ली में आयोजित किया गया था। पीएमओ के मुताबिक सम्मेलन का प्रमुख विषय उद्यमिता को बढ़ावा देना है। इसके अलावा इस कार्यक्रम का मुख्य मकसद कौशल विकास और शहरी व ग्रामीण दोनों की आबादी के लिए स्थायी रोजगार के अवसरों के सृजन पर विचार करना है। इसमें भारत के जनसांख्यिकीय लाभांश के दोहन पर विशेष फोकस रहेगा।
चार विशेष सत्र आयोजित होंगे
सम्मेलन के दौरान चार विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे। इनमें विकसित भारत के लिए फ्रंटियर टेक्नोलॉजी, आर्थिक विकास केंद्रों के रूप में शहरों का विकास, निवेश के लिए राज्यों में आर्थिक सुधार और मिशन कर्मयोगी के माध्यम से क्षमता निर्माण जैसे विषय शामिल होंगे। चौथे राष्ट्रीय सम्मेलन में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों, वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ डोमेन विशेषज्ञ भी भाग लेंगे, जो भारत की वृद्धि और विकास के लिए एक सामूहिक मार्ग तैयार करने के लिए व्यापक विचार-विमर्श करेंगे।
ये भी पढ़ें : India Jamaica News: भारत ने जमैका को 60 टन चिकित्सा सहायता भेजी