Aaj Samaj (आज समाज), Chief Scientist Dr. Ramesh Verma, मनोज वर्मा, कैथल:
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय कृषि विज्ञान केंद्र कैथल के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. रमेश वर्मा ने कहा कि प्राकृतिक खेती समय की मांग है तथा किसानों को रासायनिक खेती के साथ-साथ प्राकृतिक खेती को भी अपनाना चाहिए। मुख्य वैज्ञानिक डॉ. रमेश वर्मा केंद्र द्वारा आयोजित खंड स्तरीय प्राकृतिक खेती जागरूकता शिविर के मौके पर उपस्थित प्रतिभागियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए स्वस्थ खान पान बहुत जरूरी है।
स्वस्थ अनाज व सब्जियों के उत्पादन के लिए प्राकृतिक खेती बहुत ही जरुरी हैं, जिससे रसायन रहित सब्जियों व अनाज का उत्पादन हो सकें। केंद्र के वैज्ञानिक डॉ जसबीर ने प्रतिभागियों को प्राकृतिक खेती में उपयुक्त मुख्य घटक, बीजामृत, घनजीवामृत, जीवामृत, नीमास्त्र इत्यादि बनाने की विधियों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि किसान कम से कम छोटे स्तर पर अपने घर के उपयोग के लिए प्राकृतिक खेती को अपनाए। केंद्र के वैज्ञानिक डॉ अमित कुमार ने प्रतिभागियों को जैविक खेती अथवा प्राकृतिक खेती का फर्क बताया। डॉ दीपक कुमार ने प्रतिभागियों को प्राकृतिक खेती में उपयोग में लायी जाने वाले मुख्य घटक बनाने की विधि बताई।
केंद्र के अन्य वैज्ञानिक डॉ प्रशांत कौशिक और डॉ संजय कुमार ने भी प्रतिभागियों को संबोधित किया। प्राकृतिक खेती के नोडल अधिकारी डॉ दीपक कुमार ने बताया कि इस कार्यक्रम में विभिन्न गावों से 100 प्रतिभागियों ने भाग लिया तथा उनको प्राकृतिक खेती से संबंधित साहित्य भी वितरित किया गया।
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