लुधियाना में होगा शपथ ग्रहण समारोह, 10 हजार से अधिक सरपंचों के भाग लेने की उम्मीद
आज समाज, चंडीगढ़: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान कल शुक्रवार को लुधियाना के गांव धनानसू स्थित साइकिल वैली में राज्य स्तरीय समारोह के दौरान नवनिर्वाचित सरपंचों को पद की शपथ दिलाएंगे। राज्य सरकार का यह विलक्षण आयोजन जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को और मजबूत करेगा क्योंकि पंचायतों को लोकतंत्र का स्तंभ माना जाता है।
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राज्य स्तरीय समारोह के दौरान हाल ही में संपन्न पंचायत चुनावों में चुने गए 23 जिलों की 13,147 ग्राम पंचायतों में से 19 जिलों के 10,031 सरपंचों को मुख्यमंत्री द्वारा शपथ दिलाई जाएगी। शेष चार जिलों श्री मुक्तसर साहिब, होशियारपुर, बरनाला और गुरदासपुर के सरपंचों तथा 23 जिलों के 81,808 नव-निर्वाचित पंचों को गिदड़बाहा, चब्बेवाल, बरनाला और डेरा बाबा नानक विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव के बाद शपथ दिलाई जाएगी।
सरकार ने निष्पक्ष चुनाव के लिए उठाए थे कई कदम
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से पंचायत चुनाव करवाने में नए मापदंड स्थापित किए हैं और ये चुनाव राजनीतिक पार्टियों के चुनाव चिह्न के बिना हुए थे, ताकि गांवों को राजनीतिक गुटबंदी से दूर रखा जा सके और आपसी भाईचारा मजबूत हो सके।
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राज्य सरकार ने जनहित में पार्टी के चुनाव चिह्न पर पंचायत चुनाव लड़ने पर पाबंदी का ऐतिहासिक फैसला लिया था। इसका उद्देश्य गांवों में गुटबंदी से उत्पन्न होने वाले विभाजन को समाप्त करना था ताकि ग्रामीण क्षेत्रों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जा सके। इस नेक कदम से सरकार ने पंचायती राज प्रणाली को मजबूत करने में विशेष प्रयास किए हैं जिससे गांवों के विकास को और प्रोत्साहन मिलेगा।
सर्वसम्मति से चुनी गई कई पंचायतें
पंचायत चुनावों के दौरान एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों से गुटबंदी से ऊपर उठकर सर्वसम्मति से पंचायत चुनने की अपील की थी, ताकि गांवों में भाईचारे को मजबूत किया जा सके और व्यापक विकास सुनिश्चित हो। मुख्यमंत्री की इस अपील को व्यापक समर्थन मिला, जिसके परिणामस्वरूप राज्य में 3,037 सरपंच सर्वसम्मति से चुने गए। इनमें से सबसे अधिक फिरोजपुर जिले में 336 सरपंच, गुरदासपुर में 335 सरपंच और तरनतारन में 334 सरपंचों का सर्वसम्मति से चयन हुआ।
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