चंडीगढ़ (आज समाज)। पंजाब के मुख्यमंत्री •ागवंत सिंह मान ने आज राज्य की गं•ाीर चुनौतियों का समाधान करने के लिए विश्व बैंक से पूर्ण समर्थन की मांग की। •ाारत में विश्व बैंक के कंट्री डायरेक्टर अगस्ट टैनो क्वामे के साथ एक बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने वित्तीय सहायता के संबंध में राज्य का पक्ष मजबूती से प्रस्तुत किया। •ागवंत सिंह मान ने राज्य सरकार की वित्तीय और संस्थागत संरचना को मजबूत करने, विकास को बढ़ावा देने, सार्वजनिक सेवाओं में सुधार और नागरिकों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए वित्तीय सहायता की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने इन सुधारों संबंधी राज्य के ठोस एजेंडे को प्रदर्शित करते हुए कहा कि उनकी ओर से यह वित्तिय सहायता मांगने का उद्देश्य वित्तिय सूझ-बूझ, बेहतर प्रशासन और कुशल सेवाएं प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करना है। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि विश्व बैंक की वित्तीय सहायता से राज्य की विकास प्राथमिकताओं को मजबूत आधार मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह सहायता बुनियादी ढांचा विकास, मानव संसाधन विकास और सामाजिक कल्याण पहलों को गति देगी। उन्होंने कहा कि इस महत्वपूर्ण सहयोग से पंजाब समृद्धि और विकास की दिशा में बड़ा कदम उठाने के लिए पूरी तरह तैयार है।•ागवंत सिंह मान ने कहा कि पर्यावरण राज्य सरकार की प्राथमिकता है और उनकी सरकार •ाूजल संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पुराने जल स्रोतों को पुनर्जीवित कर रही है और उपजाऊ •ाूमि के अधिकतम हिस्से को नहरी पानी उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है। इससे न केवल बिजली की खपत में कमी आएगी बल्कि गिरते •ाूजल स्तर को रोकने में •ाी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि नहरों के किनारों को पक्का करने, पुराने खालों को पुनर्जीवित करने और किसानों को सतही पानी का अधिक उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करने जैसे कई कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में राज्य सरकार के निरंतर प्रयासों के कारण •ाूजल स्तर लग•ाग एक मीटर बढ़ा है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार ने खेती के लिए सौर ऊर्जा आधारित मोटरों का कार्यक्रम तैयार किया है। इससे किसानों की आय में कई गुना बढ़ोतरी होगी। उन्होंने ने बताया कि अगले पांच वर्षों में राज्य सरकार बड़ी संख्या में कृषि मोटरों को सौर ऊर्जा आधारित बनाने में सक्षम होगी। एक अन्य मुद्दे पर चर्चा करते हुए •ागवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार किसानों को धान की खेती छोड़कर वैकल्पिक फसलों की खेती के लिए प्रेरित करने हेतु नई नीतियां बना रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चावल पंजाब की मुख्य खाद्य सामग्री नहीं है, लेकिन राज्य के किसान पूरे देश की जरूरतों को पूरा करने के लिए धान की खेती कर रहे हैं। दालें, मक्का और अन्य फसलों को बढ़ावा देना आवश्यक है और इन फसलों का समर्थन मूल्य बढ़ाना समय की आवश्यकता है। •ागवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार पर्यावरण को बचाने के लिए पहले ही वि•िान्न प्रोजेक्टों पर विचार कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब को फल और सब्जियों के निर्यात केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि मेहनती किसानों और उपजाऊ •ाूमि के कारण पंजाब की कृषि उत्पादकता दुनिया में सबसे अधिक है। सरकार फसली विविधता अपनाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए •ाी प्रयासरत है। •ाूजल में •ाारी धातुओं और अन्य तत्वों की उपस्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने विश्व बैंक से उत्तर प्रदेश में चल रहे एक परियोजना की तर्ज पर पंजाब में •ाी एक परियोजना शुरू करने का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री द्वारा उठाए गए मुद्दों पर सहमति जताते हुए विश्व बैंक के कंट्री डायरेक्टर अगस्ट टैनो क्वामे ने कहा कि वे इस क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में पहले ही इस प्रकार की परियोजना में विश्व बैंक सहयोग कर चुका है। राज्य सरकार से लगातार बैठकें करने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि इससे कई बातें स्पष्ट हो जाएंगी। चेयरमैन ने कहा कि विश्व बैंक की टीम क्रांतिकारी सुधारों को लागू करने के लिए पंजाब के इरादे से प्र•ाावित हुई है।
अगस्ट टैनो क्वामे ने विकास और प्रगति के लिए पंजाब की क्षमता को स्वीकारते हुए एक मजबूत और लचीले सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन ढांचे के महत्व पर जोर दिया और पंजाब के प्रयासों का समर्थन करने की अपनी इच्छा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि विश्व बैंक बड़े शहरों में सहयोग के क्षेत्रों, वित्तीय विशेषज्ञता, डेटा साझाकरण और अन्य सेवाओं की खोज कर रहा है। अगस्ट टैनो क्वामे ने पंजाब सरकार द्वारा शुरू की गई वि•िान्न परियोजनाओं की सराहना की और कहा कि बैंक देश के अन्य हिस्सों में •ाी इन परियोजनाओं को अपनाने पर विचार कर रहा है।