नईदिल्ली। केंद्र सरकार और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच कोल्ड वार जैसी स्थिति बनी हुई है। केंद्र सरकार ने बंगाल के मुख्य सचिव रहे अलापन बंदोपाध्याय को डेप्युटेशन आॅर्डर जारी किया था। उन्हें बंगाल से दिल्ली बुलाया गया था लेकिन इस निर्णय से बंगाल सीएम ममता बनर्जी खासी नाराज दिखी थीं। मुख्य सचिव ने दिल्ली जानेकेबजाए रिटायरमेंट ले लिया और उन्हें अब ममता बनर्जी का मुख्य सलाहाकार बनाया गया है। एक बार फिर से बंगाल फतह करने के बाद पश्चिम बंगाल की मख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार केखिलाफ मोर्चाखोल दिया है। विपक्षी दलों के मुख्यमंत्रियों से साथ आने और केंद्र के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की। बंगाल सीएम और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार केखिलाफ अपने मोर्चे में अन्य मुख्यमंत्रियों को भी शामिल होने का आह्वाहन किया। उन्होंने 70 के दशक की मशहूर फिल्म शोले का डायलॉग कहा कि जो डरते हैं वो मरते हैं। इस निरंकुश सरकार के खिलाफ आवाज उठाएं। ममता बनर्जी इसके पहले भी विपक्ष के कईबड़ेनेताओं और मुख्यमंत्रियों को एक मंच पर ला चुकी हैं। वह फिर एक बार प्रयास कर रहीं हैंकि केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चाखोला जाए। उन्होंने अन्य राज्यों केमुख्यमंत्रियों को भी आगेआने और केंद्र की निरंकुश स रकार केखिलाफ खड़ेहोने को कहा। उन्होंने फिल्म शोलेकेडायलाग का सहारा लिया और कहा कि जो डरते हैं, वो मरते हैं। उन्होंने आगे यह भी कहा कि हम उनकी धमकियों से डरतेनहीं हैं। पीएम नरेंद्र मोदी पर बरसते हुए उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार एक दिन पछताएगी। बंगाल ने कभी भी हारना नहीं सीखा। हम हमेशा अपना सिर उठाकर चलते हैं और आगे भी चलते रहेंगे। केंद्र और राज्यों के बीच हमेशा एक लक्ष्मण रेखा होती है। जवाहरलाल नेहरू और बीआर आंबेडकर ने इस बात पर जोर दिया है। यह सरकारिया कमीशन में भी शामिल है और बात में इसे सुप्रीम कोर्ट का भी समर्थन मिला था। बंगाल के मुख्य सचिव रहे अलापन बंदोपाध्याय के दिल्ली तबादले पर उन्होंनेकहा कि केंद्र सरकार ने बगैर किसी स्पष्टीकरण या कारण के एक के बाद एक पत्र जारी किए। वह हमेंलड़ने से रोक नहीं सकते। ममता बनर्जीसेबदला लेनेकेलिए नौकरशाही को निशाना बनाया जा रहा है। नौकरशाही को निशाना बनाकर आप अन्याय कर रहे हैं। ममता ने साफ कहा कि यह केवल बदलेकी राजनीति के तहत किया गया कार्यहै। सीएम ने कहा कि संघवाद कमजोर हो रहा है । आश्चर्य है कि पीएम को राजनीतिक बदला लेने की आखिर सलाह कौन देता है?बता दें कि ममता बनर्जीको सपोर्टकरने की बात आप के मुखिया और दिल्ली केसीएम अरविंद केजरीवाल कर चुकेहैं।