Chief Justice Chandrachud: संवैधानिक लोकतंत्र में मतदान करना सबसे महत्वपूर्ण कर्तव्यों में एक

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Chief Justice Chandrachud
देश के प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़।

Aaj Samaj (आज समाज), Chief Justice Chandrachud, नई दिल्ली: प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने देश के हर मतदाता से लोकसभा चुनाव में मतदान करने का आग्रह किया है। वर्ष 2024 के आम चुनाव के मद्देनजर निर्वाचन आयोग के ‘माई वोट माई वॉयस’ मिशन के लिए एक वीडियो संदेश में शनिवार को न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने यह बात कही। उन्होंने कहा, हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के नागरिक हैं और बतौर भारतीय नागरिक संविधान हमें कई अधिकार देता है, लेकिन साथ ही यह भी अपेक्षा करता है कि हर कोई उसे सौंपा गया अपना कर्तव्य निभाए।

हर पांच साल में 5 मिनट देश के लिए

सीजेआई ने कहा, संवैधानिक लोकतंत्र में नागरिकता के सबसे महत्वपूर्ण कर्तव्यों में से एक कर्तव्य वोट डालना है। उन्होंने कहा, मैं देश के भी पात्र वोटरों से अनुरोध करूंगा कि कृपया हमारी महान मातृभूमि के नागरिक के रूप में जिम्मेदारी से मतदान करने का यह अवसर न चूकें। प्रधान न्यायाधीश ने कहा, हर पांच साल में पांच मिनट, हमारे देश के लिए। उन्होंने कहा कि सरकार चुनने में नागरिकों की सहभागी भूमिका होती है और इसीलिए कहा जाता है कि यह सरकार लोगों की, लोगों द्वारा और लोगों के लिए है। उन्होंने लोगों से पूछा, यह किया जा सकता है, है ना? आइए, गर्व के साथ मतदान करें। मेरा वोट, मेरी आवाज।

भाग दौड़ के बावजूद कभी वोट डालने से नहीं चूके : सीजेआई

प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि जब वह वकील थे और उन्हें काम के लिए इधर-उधर भाग-दौड़ करनी पड़ती थी, तब भी वह कभी वोट डालने का अपना कर्तव्य निभाने से नहीं चूके। बता दें कि लोकसभा के 543 सदस्यों के चुनाव के लिए 19 अप्रैल से एक जून तक सात चरणों में मतदान होगा। नतीजे चार जून को घोषित किए जाएंगे। पहले चरण में 102 सीटों पर शुक्रवार को वोटिंग हुई।

देशभक्ति और राष्ट्र के साथ जुड़ाव की भावना पैदा करती है उंगली पर लगने वाली स्याही

सीजेआई ने बताया कि जब वह पहली बार मतदाता बने थे और मताधिकार का उपयोग करने के लिए मतदान केंद्र में कतार में खड़े थे, तब कितने उत्साहित थे। उन्होंने कहा, जब मैं वोट देता हूं तो उंगली पर लगने वाली स्याही देशभक्ति और राष्ट्र के साथ जुड़ाव की जबरदस्त भावना पैदा करती है। प्रधान न्यायाधीश ने कहा, इसलिए हमारा संविधान और हमारा कानून एक नागरिक, एक वोट और एक मूल्य का प्रावधान करता है। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि संवैधानिक लोकतंत्र के रूप में यह हमारे देश की महान दृढ़ता और शक्ति है।

नए कानून तब सफल होंगे, जब हम इन्हें स्वीकार करेंगे

सीजेआई चंद्रचूड़ ने नए आपराधिक न्याय कानूनों को समाज के लिए एक ऐतिहासिक पल बताया। उन्होंने शनिवार को अपराध के न्याय प्रणाली के प्रशासन में भारत के प्रगतिशील मार्ग पर आयोजित एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत अपनी आपराधिक न्याय प्रणाली में महत्वपूर्ण बदलाव के लिए तैयार है। सीजेआई ने कहा, नए कानून तब सफल होंगे, जब हम इसे स्वीकार करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि नए लागू कानूनों ने आपराधिक न्याय पर भारत के कानूनी ढांचे को एक नए युग में बदल दिया है।

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