Aaj Samaj (आज समाज), Chhattisgarh Naxalism, रायपुर: नक्सलवाद के खिलाफ अभियान में सुरक्षा बलों ने छत्तीसगढ़ में बड़ी कामयाबी हासिल की है। कांकेर जिले के हापाटोला के जंगल में 29 नक्सली मार गिराए हैं और लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण के मतदान से तीन दिन पहले यह बड़ी सफलता है जिसके लिए गृहमंत्री अमित शाह ने सुरक्षाकर्मियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा, हम देश को नक्सलवाद के दंश से मुक्ति दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। कांकेर में 26 अप्रैल को, जबकि पड़ोसी जिले बस्तर में पहले चरण में 19 को वोटिंग होगी।
- मुठभेड़ में तीन जवान भी जख्मी
- डीआरजी कर्मी की हालत गंभीर
गश्त पर निकली टीमों पर अचानक किया हमला
नक्सलियों के साथ मंगलवार दोपहर को उस समय मुठभेड़ हुई जब सीमा सुरक्षा बल और राज्य पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) की संयुक्त टीम नक्सल रोधी अभियान के तहत छोटेबेठिया थाना क्षेत्र के बीनागुंडा और कोरोनार गांवों के बीच हापाटोला जंगल में मार्च कर रही थी। इसी दौरान नक्सलियों ने अचानक टीम पर हमला कर दिया और गोलीबारी शुरू कर दी। जवानों की जवाबी कार्रवाई में 29 नक्सली ढेर हो गए।
मारे गए नक्सलियों में दुर्दांत शंकर राव भी शामिल
मारे गए नक्सलियों में दुर्दांत शंकर राव भी है। मौके से भारी मात्रा में हथियार व गोला बारूद बरामद हुआ है। मुठभेड़ में तीन जवान भी जख्मी हुए हैं। बीएसएफ के बयान के मुताबिक मौके से मिले हथियारों में एके सीरीज की सात राइफल, तीन लाइट मशीनगन, दो पिस्तौल शामिल हैं। इसे नक्सलियों के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा अभियान बताया जा रहा है। घायल जवानों में बीएसएफ के दो इंस्पेक्टर और एक डीआरजी कर्मी शामिल है। डीआरजी कर्मी की हालत गंभीर है।
सभी के शव बरामद
आईजी बस्तर पुलिस पीपी सुंदरराज ने बताया कि अब तक 29 माओवादी कैडरों के शव बरामद किए जा चुके हैं। उन्हें खुफिया इनपुट मिला था कि नक्सली लीडर शंकर, ललिता, राजू क्षेत्र में मौजूद हैं। इसके बाद संयुक्त आॅपरेशन में तीनों नक्सलियों को ढेर कर दिया गया। शंकर पर 25 लाख का इनाम घोषित था। सभी 5 अप्रैल से डेरा डाले थे।
सुरक्षा बलों की आक्रामक कार्रवाई से नक्सलियों में हड़कंप
चुनाव की तैयारियों के बीच सुरक्षा बलों की आक्रामक कार्रवाई से नक्सलियों में हड़कंप मचा है। यही वजह है कि हाल के दिनों में दंतेवाड़ा में 26 नक्सली अबतक समर्पण कर चुके हैं। इनमें एक लाख का इनामी भी शामिल है। दंतेवाड़ा के एसपी गौरव राय ने बताया कि यह सभी पोस्टर-बैनर लगाने, रसद जुटाने, आगजनी, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने जैसे कामों में लिप्त थे।
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