Chhattisgarh Encounter: कोंडागांव-नारायणपुर सीमा पर मुठभेड़, 2 नक्सली ढेर

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Chhattisgarh Encounter: कोंडागांव-नारायणपुर सीमा के पास सुरक्षा बलों ने मार गिराए दो नक्सली

Encounter Kondagaon-Narayanpur border, (आज समाज), रायपुर: सुरक्षा बलों ने छत्तीसगढ़ में कोंडागांव-नारायणपुर सीमा (Kondagaon-Narayanpur Border) पर दो कट्टर नक्सलियों को मार गिराया है। बस्तर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) (Bastar Inspector General of Police, पी सुंदरराज (P Sundarraj) के अनुसार दोनों के शव बरामद कर लिए गए हैं। उनके पास से एके-47 रायफल भी मिले हैं।

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सोमवार को 26 नक्सलियों ने सरेंडर किया

पी सुंदरराज (P Sundarraj) ने बताया कि मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बल अभी इलाके में तलाशी अभियान चला रहे हैं। हाल ही में छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियानों को महत्वपूर्ण बढ़ावा देते हुए 26 नक्सलियों ने सोमवार को दंतेवाड़ा में वरिष्ठ पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। इनमें से तीन पर नकद पुरस्कार घोषित था।

‘लोन वरार्टू’ अभियान के हिस्से के रूप में किया आत्मसमर्पण

आईजी (बस्तर) पी सुंदरराज के मुताबिक जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) मुख्यालय में चल रहे ‘लोन वरार्टू’ (घर वापस आओ) अभियान के हिस्से के रूप में नक्सलियों ने सुरक्षा बलों ने आत्मसमर्पण किया। ‘लोन वरार्टू’ का उद्देश्य पूर्व उग्रवादियों को मुख्यधारा के समाज में फिर से शामिल करना है। जिला पुलिस, सीआरपीएफ और राज्य की विशेष पुनर्वास नीति के संयुक्त प्रयासों से यह आत्मसमर्पण संभव हुआ।

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सरेंडर करने वाले हर नक्सली को मिलेंगे 50 हजार रुपए

राज्य सरकार की नई पुनर्वास नीति के हिस्से के रूप में, आत्मसमर्पण करने वाले प्रत्येक नक्सलियों को तत्काल सहायता के रूप में 50,000 रुपए मिलेंगे और कौशल विकास प्रशिक्षण और कृषि भूमि सहित कई तरह के लाभ मिलेंगे। ‘लोन वरार्टू’ अभियान अपने लॉन्च के बाद से ही काफी सफल रहा है। इसके तहत अब तक, 953 माओवादी सरेंडर कर चुके हैं। इनमें 224 नकद पुरस्कार वाले हैं।

अंतिम सांसें गिन रहा नक्सलवाद : मुख्यमंत्री

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इससे पहले पुनर्वास नीतियों पर काम करने के लिए अपनी सरकार के प्रयासों को श्रेय दिया, जिसके परिणामस्वरूप लगभग 1,314 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। उन्होंने कहा कि राज्य में नक्सलवाद अपनी अंतिम सांसें ले रहा है। साय ने एक कार्यक्रम में कहा कि राज्य सरकार ने मुख्यधारा में शामिल होने के लिए आत्मसमर्पण करने वालों के लिए पीएम आवास योजना के तहत लगभग 15,000 आवास प्रदान किए हैं।

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