Chhath Pooja-2024: उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ ही 4 दिवसीय छठ पूजा का समापन

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Chhath Pooja-2024: उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ ही चार दिवसीय छठ पूजा संपन्न
Chhath Pooja-2024: उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ ही चार दिवसीय छठ पूजा संपन्न

Chhath Parv-2024, (आज समाज), नई दिल्ली: उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ ही आज छठ का चार दिवसीय महापर्व संपन्न हो गया। इस मौके पर बिहार से दिल्ली, झारखंड, तमिलनाडु व महाराष्ट्र और यूपी सहित कई राज्यों में नदियों, सरोवरों व जलाशयों में घाटों पर छठ व्रतियों की भीड़ रही।

श्रद्धालुओं ने व्रतियों से ग्रहण किया ठेकुआ प्रसाद

बीते कल त्योहार के तीसरे दिन शाम को उन्होंने डूबते सूरज को अर्घ्य दिया था। आज अपने 36 घंटे के निर्जला का उपवास पूरा करके छठ व्रतियों ने उगते हुए सूरज को अर्घ्य दिया और इसी के साथ आस्था के इस महापर्व का समापन हो गया। अर्घ्य देने के बाद घाट पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने व्रतियों से ठेकुआ का प्रसाद (Thekua Prasad) ग्रहण किया।

खास तौर पर इसलिए मनाया जाता है त्योहार

हर साधक छठ महापर्व (Chhath Pooja) के दौरान चार दिन तक कठिन तप व व्रत के माध्यम से घर-परिवार की सुख समृद्धि के लिए ईश्वर से कामना करते हैं। छठ महापर्व पर श्रद्धालु विशेष तौर पर अपनी संतान की मंगलकामना करता है। आज त्योहार का आखिरी दिन था और इसके लिए कल रात से ही छठ घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ लगनी शुरू हो गई थी। कई तालाबों में भी आज अलसुबह से लोग पहुंचना शुरू हो गया था। वहीं घाट रात में ही दीयों की रोशनी से जगमगा रहे थे।

ठेकुआ या मिठाई के प्रसाद व्रत का पारण उचित

छठ के आखिरी दिन उदयीमान यानी उगते सूर्य (rising sun) को अर्घ्य के बाद घाट पर पूजा-अर्चना की जाती है। इसके बाद घर के बड़े बुजुर्गों से आशीर्वाद लिया जाता है। फिर छठी माता को प्रसाद (ठेकुआ अथवा मिठाई आदि) अर्पित कर सब लोगों में बांटा जाता है। व्रत का पारण करने पर मसालेदार भोजन ग्रहण करना वर्जित होता है। पूजा के दौरान चढ़े प्रसाद मिठाई या ठेकुआ आदि से ही व्रत का पारण उचित माना जाता है।

बिहार में घाटों पर रही लाखों लोगों की भीड़

बिहार की राजधानी पटना के अलावा राज्य में कई जगह छठ घाटों पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु (छठ व्रती) उमड़े और सूर्योदय होने के साथ ही उन्होंने भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर पुण्य कमाया। यहां भ आधी रात के बाद से ही छठ व्रती इकट्ठा हो गए थे। सभी जगह छठ घाटों को बेहतर ढंग से सजाया था।

झारखंड, ओडिशा व तमिलनाडु में भी रही धूम

ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में कुआखाई नदी के तट पर स्थित घाट पर भक्तों ने उदयीमान सूर्य को ‘अर्घ्य’ देने के बाद बुजुर्गों का आशीर्वाद लिया। इस मौके पर उगता सूर्य का नजारा मनमोहक था। तमिलनाडू में भी इस मौके पर श्रद्धालुओं के चेहरों पर खुशी देखी गई। दिल्ली, महाराष्ट, झारखंड व अन्य राज्यों में भी सब जगह छठ घाटों को सजाया गया था और इस मौके पर उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए लाखोें श्रद्धालु उमड़े।

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