संजीव कौशिक, रोहतक:
Chaudhary Devi Singh Jayanti Celebrate : जाट शिक्षण संस्था के संस्थापक, समाजसेवी और स्वतंत्रता सेनानी चौ. देवी सिंह की 147वीं जयंती जाट शिक्षण संस्था स्थित चौ. देवी सिंह यज्ञशाला में श्रद्धापूर्वक हवन-यज्ञ करके मनाई गई। इस अवसर पर तिलक नगर आर्य समाज के तत्वावधान में हवन-यज्ञ का आयोजन किया गया। हवन के ब्रह्मा तिलक नगर आर्य समाज के संयोजक सुखबीर दहिया रहे व यजमान उनके पड़पौत्र चंचल नांदल व दीपक नांदल रहे।
देवी लाल ने खुद की जमीन पर खोला था स्कूल (Chaudhary Devi Singh Jayanti Celebrate)
सुखबीर दहिया ने कहा कि चौ. देवी सिंह ने सात मार्च, 1913 को अपनी खुद की जमीन में जाट स्कूल की नींव रखकर संस्था की शुरुआत की थी। तत्पश्चात उन्होंने 18 एकड़ जमीन गांव के ही किसी व्यक्ति से खरीदकर संस्था को प्रदान की। आज उन्हीं की बदौलत ही जाट शिक्षण संस्था रूपी एक बड़ा वृक्ष तैयार हो गया है। पिछले सैंकड़ों वर्षों में लाखों छात्र यहां से पढकर देश-विदेश में उच्च पदों पर आसीन होकर संस्था का नाम रोशन कर रहे हैं।
आजादी की लड़ाई में भी लिया था भाग (Chaudhary Devi Singh Jayanti Celebrate)
एडवोकेट चंचल नांदल ने कहा कि चौ. देवी सिंह ने संस्थाओं के निर्माण के साथ-साथ स्वतंत्रता आंदोलन में बढ़-चढकर भाग लिया। उन्होंने 11 जाट बटालियन में हुई बगावत में बढ़-चढकर हिस्सा लिया। इसकी वजह से उन्हें फौज से बर्खास्त कर दिया गया। (Latest Rohtak News)इसके बाद महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू व अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के साथ जुडकर आजादी की अलख जगाई।
इन लोगों ने भी दी श्रद्धांजलि (Chaudhary Devi Singh Jayanti Celebrate)
इस अवसर पर कंवर गुलिया, सुनील हुड्डा, धर्मवीर ढुल, रविन्द्र गुलिया, पं. कृष्ण कौशिक, सत्यनारायण, सुरेश नांदल, स्नेहलता, चन्द्रवति, देशवाल खाप के प्रतिनिधि नाहर सिंह देशवाल, धर्मबीर हुड्डा, अनूप चाहर, जाट स्कूल से जगदीप हुड्डा, अमरजीत नांदल सहित जाट स्कूल के छात्रों ने हवन-यज्ञ में आहूति डालकर श्रद्धांजलि दी।
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