(Charkhri Dadri ) बाढड़ा। हरियाणा कंप्यूटर प्रोफेशनल संघ की हड़ताल को छह दिन गुजरने के बाद प्रदेश भर में लाखों लोगों को राजस्व विभाग सहित 258 सेवाएं ठप्प है वहीं सरकार को करोड़ों के राजस्व का नुकसान भी झेलना पड़ रहा है। कंप्यूटर आपरेटरों की सीएम के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर व वरिष्ठ आईएएस वी. उमाशंकर के साथ दो दौर की वार्ता में सत्तर फिसदी मांगों पर सहमति के बावजूद लिखित में फैसला न मिलने पर सारे प्रयास विफल रहने पर अब सबकी नजरें 24 जुलाई की सरकार के आईटी डायरेक्टर अजय सिंह तोमर के साथ होने वाली बैठक पर लगी हैं जिसमें समाधान की उम्मीद है। इससे आमजन को अपने जरुरी कामकाज के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है।
हरियाणा कंप्यूटर प्रोफेशनल संघ दादरी के जिलाध्यक्ष अजय श्योराण कादमा ने बताया कि कंप्यूटर आपरेटरों की मांग पर सीएम नायबसिंह सैनी ने उनसे सारी बातचीत के बाद सीएम के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर व वरिष्ठ आईएएस वी. उमाशंकर के साथ मिल बैठकर समाधान करने का दिशानिर्देश दिया। संघ पदाधिकारियों ने सीएम के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर के समक्ष उनकी सेवाएं नियमित करने या गेस्ट टीचर की तर्ज पर 58 वर्ष तक सुरक्षा सेवा, सभी तरह की अन्य सुविधाएं व डीआईटीएस के कोशल रोजगार में भेजे गए आपरेटरों को वापस लेने जैसे मांगे रखी जिस पर उन्होंने इनको जायज भी माना लेकिन आईटी डायरेक्टर अजय सिंह तोमर के बाहर होने के कारण अंतिम फैसला लिखित में देने पर बात अटक गई। अजय तोमर 24 जुलाई को चंडीगढ पहुचेंगे उसके बाद ही अब आगामी बैठक में फाईनल फैसला होने की उम्मीद है।
छटे दिन भी सरल केन्द्रों पर लगा ताला, चार हजार प्रमाणपत्र अटके
हरियाणा कंप्यूटर प्रोफेशनल संघ संबधित भारतीय मजदूर संघ के एसडीएम, बीडीपीओ व सरल केन्द्र पर कार्यरत कंप्यूटर आपरेटर सहित सभी कर्मचारी आज छटे दिन भी काम छोड़ कर सामूहिक अवकाश पर जिला मुख्यालय की हड़ताल में शामिल रहे। लंबित मांगों का समाधान न होने पर क्षुब्ध कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने के कारण आज सभी तहसीलों मे राजस्व संबंधित कामकाज पूरी तरह बाधित रहा तथा अकेले बाढड़ा तहसील क्षेत्र में चार हजार से अधिक प्रमाणपत्र, चालक लाईसेंस व अन्य काम अधर में लटक गए।
कस्बे के तहसील कार्यालय में हरियाणा कंप्यूटर प्रोफेशनल्स संघ संबंधित भारतीय मजदूर संघ जिला कार्यकारिणी सदस्य बिशंबर सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सरकार द्वारा उनकी मांगों का समाधान न करने पर रोष प्रकट करते हुए आज पांचवें दिन भी यूनियन की बेमियादी हड़ताल पर रहने का फैसला लिया। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो सरकार हर तरह के कर्मचारियों का भविष्य सुरक्षित रखने का दावा कर रही है जबकी धरातल पर सरकार के वायदे हवा में दम तोड़ते नजर आ रहे हैं। पूर्व में तात्कालीन सीएम मनोहर लाल व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के अलावा सभी वरिष्ठ अधिकारियों से अब तक संपन्न सभी बैठकों में लंबित मांगों पर सहमति जताई गई थी। परंतु लगभग दो साल से अधिक समय गुजरने के बाद भी ना तो डीआईटीएस मे नए पदों का सृजन किया गया है। इसके साथ ही विभागों की समस्याओं को लेकर अधिकारी कोई गंभीरता नहीं बरत रहे हैं जिससे वह बार बार मांगपत्र देने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं होने से अब आंदोलन के लिए मजबूर हैं। सभी कर्मचारियों ने 15 जुलाई सोमवार से बेमियादी हड़ताल पर जाने का एलान किया था जो अब तक जारी है। आज सभी कर्मचारियों ने जब तक सभी मांगों का गजट नोटिफिकेशन जारी नहीं होने तक इसी तरह काम छोडक़र हड़ताल पर जाने की घोषणा की। बैठक के बाद सभी कर्मचारियों ने जिला मुख्यालय कार्यालय पहुंचकर उपायुक्त कार्यालय के माध्यम से सीएम नायबसिंह सैनी को ज्ञापन भेजा। आज के रोष प्रदर्शन में संदीप धनासरी, विकेश दुधवा, बिशंभर सिंह, जितेंद्र कुमार, अमित, महेंद्र सिंह, अंजू कुमारी, रुपेश, रविराज, अजीत सैनी, अजीत सिंह इत्यादि मौजूद रहे।
सरकार व आपरेटरों के विवाद में आम आदमी पीसा
कंप्यूटर प्रोफेशनल कर्मचारियों के बेमियादी हडताल के कारण सरकारी कामकाज पर पूरी तरह ग्रहण लग गया है। सरल केंद्र के कर्मचारी नदारद रहने से बाढड़ा सरल केन्द्र पर सोमवार से शुक्रवार तक एक भी प्रमाणपत्र व भूमि संबधी रजिस्ट्री नहीं हुई। सरकार से आपरेटर एसोसिएशन अपनी मांगों को लेकर पिछले लंबे अरसे से संघर्षरत है और सुनवाई नहीं होने पर आज पांचवें दिन भी हड़ताल पर डटे रहे। सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी व विरोध प्रदर्शन किया गया। आपरेटरों की हड़ताल से विभागों का काम-काज ठप हो गया है। हालात ये हैं कि तहसील कार्यालयों में चार हजार से ज्यादा रजिस्ट्री व छात्र छात्राओं के प्रमाणपत्र अटके हुए हैं। पूरा सप्ताह आंदोलन की भेंट चढने से भूमि की रजिस्ट्री, जाति रिहायशी प्रमाण पत्र, जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं बनने से लोग परेशान रहे। ड्राइविंग लाइसेंस आवेदन का कार्य के कारण लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
वही संतराम, सतपाल श्योराण, रामचंद्र इत्यादि ने बताया कि जमीन की रजिस्ट्री नहीं होने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की हडताल के कारण पांच दिन से कोई भी जमीन की रजिस्ट्री तो दूर सरल केन्द्र का ताला ही नहीं खुला। राजस्व विभाग समेत 258 सुविधाएं बाधित होने से उपमंडल कार्यालय पर काम के लिए आने वाले हड़ताल के कारण लोगों को मायुस होकर वापिस जाना पड़ा। एसडीएम सुरेश दलाल ने बताया कि कंप्यूटर आपरेटरों के हड़ताल पर जाने के कारण राजस्व विभाग का काम बाधित हुआ है। उच्चाधिकारियों को सारी स्थिति से अवगत करवा दिया गया है और जल्द ही समाधान नहीं होने पर वैकल्पिक व्यवस्था करने पर भी विचार है।
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