- ग्रामीण क्षेत्र में कोई सुचना नहीं, प्रशासन मुनादी करना भुला, बीडीपीओ सहित 22 कर्मचारी करते रहे इंतजार
(CharkhiDadri News) बाढड़ा। प्रदेश सरकार द्वारा कागजी त्रुटियों की समस्या को दूर करने के लिए खंड स्तर पर संचालित किए गए समाधान शिविर सफेद हाथी बनकर रह गए हैं। विकास एवं पंचायत विभाग की बीडीपीओ की अध्यक्षता में 22 कर्मचारियों ने दरबार तो लगाया लेकिन मात्र दो दिन के शिविर में दो फरियादियों के पहुंचे हैं।
प्रदेश सरकार ने ग्राम पंचायतों की लाल डोरा समस्या के निदान के लिए खंड विकास एवं पंचायत कार्यालयों में समाधान शिविरों का आयोजन कर आमजन को राहत दिलवाने का फैसला लिया है।
इसी कड़ी में मंगलवार 22 अक्टूबर से इन शिविरों का आयोजन शुरु किया जिस पर बीडीपीओ स्वाति अग्रवाल व एसईपीओ अशोक कुमार की अगुवाई में 22 कर्मचारियों को सारे कामकाज छोडक़र केवल अपने अपने संबधित गांव व सर्किल क्षेत्र की लाल डोरा व अन्य समस्याओं के लिए एक भवन में बैठा दिया गया लेकिन प्रथम दिन तो कोई शिकायतकर्ता पहुंचा ही नहीं और फिर आज दूसरे दिन भी मात्र दो ही पहुंचने से इसके आयोजन को लेकर ही सवालिया निशान खड़ा हो गया है। बताया जा रहा है कि बाढड़ा खंड में लगभग पांच हजार शिकायतें ग्राम स्तर पर अधर में लटकी लाल डोरा योजना से जुड़ी हैं लेकिन प्रशासन की तैयारियों के बावजूद पीडि़तों का समाधान शिविरों में न पहुंचना अपने आप में बड़ी हैरानी का विषय है।
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