Charkhi Dadri News : 8 साल बाद शुरू हुई हॉकी इंडियन लीग में गांव प्रेमनगर के योगेश मलिक की 2 लाख की लगी बोली

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Yogesh Malik of village Premnagar bid Rs 2 lakh for Hockey Indian League, which started after 8 years.
हॉकी खिलाड़ी योगेश मलिक।
  • फिलहाल भारतीय नौसेना में पीटी अफसर के पद पर तैनात है योगेश मलिक

(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। लगभग 8 साल के बाद एक बार फिर से शुरू हुई हॉकी इंडियन लीग में हरियाणा के खिलाड़ी भी अपना वर्चस्व बनाए हुए है तथा अपनी खेल प्रतिभा के दम पर हॉकी इंडियन लीग में हरियाणा के खिलाडिय़ों की लाखों रुपए की बोली लगी है। इसी कड़ी में साथ लगते भिवानी के गांव प्रेमनगर निवासी योगेश मलिक का चयन हॉकी इंडियन लीग में बंगाल टाईगर्स की टीम में हुआ है।

योगेश मलिक फिलहाल भारतीय नौसेना में पीटी अफसर के पद पर तैनात है। योगेश मलिक के अलावा इस टीम में हरियाणा से ही 2 अन्य खिलाड़ी ओलंपियन प्रदीप मोर व अभिषेक नैन का भी चयन हुआ है। इस बारे में जानकारी देते हुए कोच राजेंद्र भंभल प्रेमनगर ने बताया कि हॉकी इंडियन लीग की बंगाल टाईगर्स में चयन के लिए योगेश मलिक की बोली 2 लाख रुपए की लगी है। उन्होंने बताया कि योगेश विश्व के सबसे पुराने हॉकी टूर्नामेंट बेयटन कप-2022-2023 के विजेता व खेलो इंडिया यूथ गेम्स में स्वर्ण पदक व बेस्ट स्कोरर का खिताब भी उनके नाम रहा। इसके अलावा गुंचा सीनियर नेहरू कप, शास्त्री गोल्ड कप 2019, फरीद कोट गोल्ड कप-2024 के विजेता तथा राष्ट्रीय स्तरीय स्कूली खेल प्रतियोगिता में भी हरियाणा को कई बार पदक दिलाने में योगेश की अहम भूमिका रही।

योगेश मलिक ने बताया कि उन्होंने 2012 से 2017 तक अपनी खेल की शुरूआत हॉकी प्रशिक्षक राजेंद्र भांभल की देखरेख में शुरू की

उनकी इसी उपलब्धि को देखते हुए उन्हें भारतीय नौसेना में चयनित किया गया। जिसके बाद अब वे हॉकी इंडियन लीग में भी अपनी प्रतिभा का जलेवा बिखरेंगे। इस मौके पर खिलाड़ी योगेश मलिक ने बताया कि उन्होंने 2012 से 2017 तक अपनी खेल की शुरूआत हॉकी प्रशिक्षक राजेंद्र भांभल की देखरेख में शुरू की। उन्होंने बताया कि उनके पिता का देहांत 2006 में हो गया था। कोच राजेंद्र भांभल ने उन्हें अपने बेटे की तरह पालन-पोषण किया तथा हॉकी खेलना सिखाया। माता सुनीता देवी व नाना सूबेदार दमन सिंह ढांडा ने भी उनके खेल को आगे बढ़ाने में बहुत योगदान दिया। उन्होंने बताया कि उनकी इस उपलब्धि में कोच विरेंद्र दुहन का भी विशेष योगदान रहा।

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