Charkhi Dadri News : चार साल से वेयरहाऊस निर्माण प्रोजेक्ट सिरे नहीं चढ पाया, किसानों व आढतियों का अनाज उठान में बन रही बाधा

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Warehouse construction project has not been completed for four years, farmers and traders are facing hindrance in lifting the grain
मंडी में उठान न होने से रखे गेहंू के ढेर।
  • भूमि न मिलने से अधर में लटकी वेयरहाऊस निर्माण, सौ से तीन सौ किलोमीटर दूरी पर अनाज भेजने को मजबूर खरीद एजेंसी

(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। शामलाती भूमि की कमी के कारण उपमंडल क्षेत्र में अनाज भंडारण के लिए वेयरहाऊस सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई है जिसके मजबूरीवश बाढड़ा मंडी व बेरला अस्थाई खरीद केन्द्रों में सरकारी खरीद किया गया अनाज सौ से तीन सौ किलोमीटर दूरी पर भेजना मजबूरी बन गया है। इससे मंडियों में अनाज उठान कार्य कछुआ गति से चल रहा है वहीं पिछले चार साल से नए वेयरहाऊ निर्मित करने की योजना कागजों में ही चलती नजर आ रही है।

बाढड़ा उपमंडल क्षेत्र में रबी सीजन में गेहूं सरसों व खरीफ सीजन में बाजरे के रिकार्ड उत्पादन होने से सरकार द्वारा बाढड़ा व झोझू में बड़ी मंडी के माध्यम से व कई बार बेरला, कादमा, हड़ौदी में अस्थाई खरीद केन्द्र संचालित कर उनकी खरीद करने के बाद यहां पर जगह की कमी के कारण दादरी, कोल्हावास, घसौला स्थित वेयरहाऊसों में भंडारित किया जाता है वहीं कई बार ज्यादा मात्रा में उत्पादन होने पर खरीद एजेंसी हांसी व जींद तक भेजकर उठान करवाना पड़ रहा है।

मौजूदा समय में बाढड़ा उपमंडल में कांग्रेस शासनकाल के समय तात्कालीन सहकारिता मंत्री सतपाल सांगवान ने वेयरहाऊस निर्माण के लिए प्रयास आरंभ किए लेकिन वह फाईल भी अधर में लटक गई तथा वर्ष 2020 में विधायक नैना चौटाला ने किसानों, खरीद एजेंसी अधिकारियों व आढतियों की मांग पर बाढड़ा के साथ लगते किसी गांव में कम से कम पांच लाख क्विंटल अनाज के भंडारण केन्द्र के निर्माण के फाईल शुरु करवाई जिसके लिए टीमों ने बार बार मौका मुआयना भी किया लेकिन तीन साल गुजरने के बाद भी यह योजना केवल कागजों तक सिमट कर रह गई है। इससे हर सीजन में अनाज खरीद के बाद उठान न होने से ना तो किसानों का समय पर भुगतान नहीं हो पा रहा है और शेष किसान भी अपनी फसल बिक्री के लिए इंतजार में ही समय गुजार देते हैं।

उपमंडल क्षेत्र में अनाज भंडारण केन्द्र न होने का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है

आढती एसोसिएशन अध्यक्ष हनुमान शर्मा, भाकियू अध्यक्ष हरपाल भांडवा, महासचिव ओमप्रकाश उमरवास ने कहा कि क्षेत्र का किसान आज उपेक्षा का शिकार बना हुआ है। उपमंडल क्षेत्र में अनाज भंडारण केन्द्र न होने का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। मंडी में खरीद किए गए अनाज का उठान न होने व उठान में प्रयोग होने वाले ट्रकों को दूसरे जिलों में भेजने के लिए लगने वाले समय से सारा कामकाज प्रभावित हो रहा है।

दूसरे जिलों में दस दस व बी बीस वेयरहाऊस केन्द्र है लेकिन दादरी जिले में तीन तो बाढड़ा क्षेत्र में एक भी भंडारण केन्द्र न होने से उनका अनाज ही नहीं उठान हो पा रहा है। अगर बाढड़ा, झोझू कलां खंड के किसी गांव में भंडारण केन्द्र हो तो उठान में भी तेजी आती लेकिन सरकारीतंत्र पूरी तरह उदासीन रवैया अपना रहा है।

तत्काल प्रभाव से कदम उठाए सरकार

चरखी दादरी के विधायक सुनील सांगवान ने बताया कि उन्होंने प्रदेश के के सीएम नायब सिंह सैनी से जिले में नए वेयरहाऊस निर्मित करने व कोल्ड स्टोरेज स्थापित करने की बात रखी है जिस पर जल्छ ही कार्यवाही की उम्मीद है। प्रदेश के पूर्व सहकारिता मंत्री स्व. सतपाल सांगवान ने भी रबी व खरीफ सीजन की फसलों की खरीद के बाद उनका तुरंत उठान के लिए उन्होंने वर्ष 2013 में ही दो बड़े गांवों में वेयरहाऊस के लिए फाईल स्वीकृत की थी लेकिन बाद में उसे रद्दी की टोकरी में डाल दिया है। मंडी में खरीद किए गए अनाज का उठान न होने की इस समस्या से समस्त दादरी जिले के किसान, खरीद एजेंसी व आढती परेशानी से जूझ रहे हैं। सरकार को उत्पादन की क्षमता को देखते हुए तुरंत प्रभाव से बाढड़ा के साथ लगते बड़े गांवों में वेयरहाऊसों का निर्माण करवाना चाहिए।

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