Charkhi Dadri News : विनेश फोगाट ने कहा मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई मुझे माफ करना

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Vinesh Phogat said mother, wrestling won from me, I lost, please forgive me.
पहलवान विनेश फोगाट।

(Charkhi Dadri News) चरखी दादरी। पेरिस ओलिंपिक में फाइनल मुकाबले से पहले अयोग्य करार दी गई चरखी दादरी जिले के गांव बलाली की पहलवान विनेश फोगाट ने कुश्ती से संन्यास ले लिया है। विनेश ने इस बारे में वीरवार सुबह करीब सवा 5 बजे बजे सोशल मीडिया एक्स पर 5 लाइनें लिखीं। उसमें विनेश फोगाट ने लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी माफी।”

सन्यास के ऐलान से पहले बुधवार रात उन्होंने अपने डिसक्वालीफाई के खिलाफ अपील दायर की है। उन्होंने कोर्ट ऑफ आरबिट्रेशन फॉर स्पोट्र्स से मांग की कि उन्हें संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिया जाए। विनेश ने पहले फाइनल खेलने की मांग भी की थी। मगर बाद में उन्होंने अपील बदली और अब संयुक्त रूप से सिल्वर दिए जाने की मांग की है।

यहां बता दें कि बुधवार को विनेश को पेरिस ओलिंपिक में 50 किलोग्राम मुकाबले में 100 ग्राम ओवरवेट होने की वजह से ओलिंपिक से डिसक्वालीफाई कर दिया गया था। इससे विनेश बेहोश हो गई और तबीयत खराब होने पर उसे वहां के अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। मगर फिर बाद में रात को उनकी पीटी उषा के साथ एक फोटो सोशल मीडिया पर आई जिसमें बताया गया कि विनेश को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। दूसरी ओर अमेरिका के गोल्ड मेडलिस्ट रेसलर जॉर्डन ने सोशल मीडिया पर विनेश फोगाट को सिल्वर मेडल देने की मुहिम शुरू कर दी है। इसका भारत के खिलाड़ी भी समर्थन कर रहे हैं।

बबीता फोगाट ने यह लिखा

इस बारे में विनेश फोगाट के ताऊ महावीर फोगाट की बेटी बबीता फोगाट ने एक्स पर लिखा बहन विनेश फोगाट हर खिलाड़ी का ओलंपिक पदक जीतना सपना होता है। आपका फाइनल में अयोग्य घोषित किया जाना फोगाट परिवार के लिए निजी तौर पर एवं देश के लिए सामान्य तौर पर बेहद निराशाजनक खबर है परंतु आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है क्यों आप एक मजबूत और हार न मानने वाली खिलाड़ी हैं। आपने अब तक बहुत हीं शानदार प्रदर्शन किया है आगे भी करेंगी। पूरा देश आपके साथ है। जय हिंद। वहीं बजरंग पूनिया कहते हैं कि मैं सभी मीडिया साथियों से अपील करता हूं कि प्लीज हमें थोड़ा टाइम दें। हम कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है मैं माफी चाहूंगा कि मैं आपके फोन या आपके मैसेज का रिप्लाई नहीं कर पा रहा हूं और आप सब हौसला दे रहे है इसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।

यह बोली फाइनल विजेता

इस बारे में कुश्ती के 50 किलोग्राम वेट की फाइनल मुकाबले की विजेता यूएसए निवासी सारा हिल्डेब्रांट ने एक मीडिया में जानी बयान में कहा कि कहा कि विनेश के लिए मुझे बुरा लगा, उन्होंने कारनामा कर दिखाया था, मुझे नहीं लगता कि विनेश को इस बात का अंदाजा होगा कि इस तरह उनका ओलंपिक अभियान समाप्त होगा, वो एक शानदार प्रतिद्वंदी, शानदार पहलवान और इंसान हैं।

फाइनल विजेता सारा हिल्डेब्रांट।

विनेश फोगाट के मामले में हुड्डा बोले अगर मेरे पास बहुमत होता तो मैं उन्हें राज्यसभा भेज देता
पहलवान विनेश फोगाट के समर्थन में आए प्रदेश के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बड़ा बयान दिया है। इसके साथ उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि विनेश फोगाट को अयोग्य ठहराने का क्या कारण था।

यहां बता दें कि पहलवान विनेश फोगाट के समर्थन में खिलाडिय़ों के साथ-साथ नेता भी आने लगे हैं। इसी कड़ी में प्रदेश के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आज हरियाणा में एक राज्यसभा सीट खाली है। अगर कांग्रेस के पास बहुमत होता तो वे विनेश को राज्यसभा भेज देते। हुड्डा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने विनेश को सिल्वर मेडल जीतने के समान सम्मान देने की घोषणा की है, लेकिन विनेश को गोल्ड मेडल विजेता वाला सम्मान चाहिए, क्योंकि मैच होता तो निश्चित ही गोल्ड मेडल विनेश फोगाट ही जीतती।

ताऊ ने किया पलटवार

पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के इस बयान पर विनेश के ताऊ महावीर फोगाट ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि ये एक राजनैतिक स्टंट है। उन्होंने कहा कि आज हुड्डा ने कहा कि विनेश को राज्यसभा में भेजना चाहिए, लेकिन गीता फोगाट को क्यों नहीं भेजा गया। उनकी सरकार के दौरान राज्यसभा में जब 2005 और 2010 में राष्ट्रमंडल खेल हुए थे तब बबीता फोगाट ने रजत पदक व गीता फोगाट ने गोल्ड मेडल जीता था।

विनेश फोगाट के ताऊ महावीर फोगाट ने कहा 2012 में गीता ने बतौर पहली महिला ओलिंपिक क्वालीफाई किया था। उस समय भूपेंद्र हुड्डा की सरकार थी गीता और बबीता को डीएसपी का पद मिलना था लेकिन हुड्डा ने भेदभाव करके गीता को इंस्पैक्टर और बबीता को सब इंस्पैक्टर लगाया।
कोर्ट में केस डालने के बाद कोर्ट ने इस पर संज्ञान लेने के बाद ही भाजपा ने बबीता को खेल विभाग का डिप्टी डायरेक्टर बनाया था।