Charkhi Dadri News : हड़ोदा में हुई 18 वीं पर्यावरण पंचायत में ग्रामीणों ने लिया हिस्सा

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Villagers took part in the 18th Environment Panchayat held in Hadoda.
गांव हड़ौदी में आयोजित पर्यावरण पंचायत।

(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में देशभर में कार्यरत संस्था स्टैंड विद नेचर द्वारा हड़ोदा कला गांव में 18वीं पर्यावरण पंचायत का आयोजन किया गया। इस आयोजन की अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष, डॉ. लोकेश भिवानी ने की। इस अवसर पर जिला चरखी दादरी के संयोजक प्रवीण हंसावास व सह संयोजक राजेश भारद्वाज भी उपस्थित रहे। गांव हड़ोदा कला के सह संयोजक राजेश भारद्वाज ने पंचायत के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

पंचायत की शुरुआत गांव के जोहड़ के किनारे पीपल का पेड़ लगाकर की गई। यह वृक्षारोपण श्री लक्ष्मीनारायण और निहाल सिंह व विक्रांत वर्मा के हाथों किया गया, जो पर्यावरण संरक्षण के प्रतीक स्वरूप था। हड़ोदा गांव के सरपंच प्रतिनिधि जगवीर सिंह चाहार को अध्यक्ष डॉ. लोकेश भिवानी ने मोमेंटो देकर सम्मानित किया व गांव पंचायत में आए ग्रामीणों को पौधे भेंट किए ।

मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. लोकेश भिवानी ने पर्यावरण बचाओ अभियान के अंतर्गत जलवायु परिवर्तन और बदलते परिवेश पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि आज की दुनिया को हमारे बुजुर्गों से सतत जीवन जीने के तरीके सीखने चाहिए। हमारे पूर्वजों ने प्रकृति के साथ तालमेल बैठाकर जीवन यापन किया, जहां पेड़-पौधों, नदियों, और जोहड़ों का सम्मान होता था।

डॉ. लोकेश ने विधानसभा चुनावों के संदर्भ में कहा कि जब कोई उम्मीदवार वोट मांगने आए, तो उनसे जल, जंगल, जमीन, और पहाड़ों के संरक्षण के मुद्दे पर बात की जानी चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हमें अपने खत्म होते संसाधनों और विलुप्त हो रहे जीवों को बचाने की दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे।

इस आयोजन में गांव के युवा और बुजुर्ग उत्सुकता के साथ हुए शामिल

इस आयोजन में गांव के युवा और बुजुर्ग उत्सुकता के साथ शामिल हुए। युवाओं में नवीन जांगड़ा, बिजेंद्र, अमित, प्रशांत, संगम, सोनू, प्रीतम, अमन, और जय भगवान उपस्थित थे। वहीं, बुजुर्गों में वेद प्रकाश, तुलसीराम, मुंशीराम, चंदर सिंह, दयानंद, हवासिंह, अतरसिंह, इंद्र सिंह, निहाल सिंह, और लक्ष्मी नारायण ने भी सक्रिय रूप से भाग लिया। अशोक और रामावतार ने स्ङ्खहृ टीम के साथ बातचीत की और उनके कार्यों की सराहना की। पंचायत का आयोजन नीम के पेड़ के नीचे किया गया, जहां चौकीदार ने बुलावा देकर और कपड़े पर बैनर बनाकर अनोखे तरीके से इस पंचायत को अंजाम दिया।

इस अनूठे कार्यक्रम ने ग्रामीणों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया और सतत जीवन जीने के महत्व पर प्रकाश डाला। स्टैंड विद नेचर’ संस्था की यह पर्यावरण पंचायत एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई है, जो भविष्य में भी समाज को प्रेरित करेगी।