Charkhi Dadri News : खनन क्षेत्र में आठवें दिन भी धरने पर रहे ग्रामीण, जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर की नारेबाजी

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Villagers remained on strike in the mining area for the eighth day, raised slogans against the district administration
गांव पिचौपा कलां पहाड़ी क्षेत्र में धरनारत सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी।

(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। गांव पिचौपा कलां के पहाड़ी जोन में जिला उपायुक्त कार्यालय के वसूली के आदेश पत्र के बावजूद खनन करने वाली कंपनी द्वारा ग्राम पंचायत को दस प्रतिशत रायल्टी न देने पर ग्रामीणों का धरना आंठवें दिन भी जारी रहा। क्षेत्र की अनेक खाप प्रतिनिधियों व किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने पहुंच कर प्रशासन पर ग्रामीणों के कंपनी पर करोड़ों रुपए कुंडली मार कर बैठने के बावजूद कदम न उठाने का आरोप लगाते हुए प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।

पंचायत प्रतिनिधियों ने आठ दिन गुजरने के बावजूद प्रशासन पर कार्यवाही नहीं करने पर जल्द ही बड़ा आंदोलन शुरु करने का फैसला लिया

गांव पिचौपा कलां पहाड़ के खनन क्षेत्र में सांगवान खाप कन्नी 13 के सचिव सुरेन्द्र सांगवान सरपंच की अध्यक्षता में आठवें दिन भी धरने जारी रहा। धरनारत ग्रामीणों को संबोधित करते हुए जाट महासभा जिलाध्यक्ष राजकुमार हड़ौदी सहित अन्य वक्ताओं ने धरने पर बैठे पंचायत प्रतिनिधियों ने आठ दिन गुजरने के बावजूद प्रशासन पर कार्यवाही नहीं करने पर जल्द ही बड़ा आंदोलन शुरु करने का फैसला लिया। उन्होंने कहा कि खनन कंपनी जानबूझ कर नियमों का उल्लंघन कर ग्राम पंचायत को नुकसान पहुंचा रही है। ग्रामीण कंपनी को बार बार रायल्टी का दस फिसदी जमा करवाने की अपील कर रहे हैं लेकिन ठेकेदार अपनी मनमानी से उनकी मांग को दरकिनार कर अपनी धौंस दिखा रहे हैं जो न्यायसंगत नहीं है। एक तरफ तो केंद्र व प्रदेश सरकार ग्राम पंचायतों के अधिकार बढ़ाकर सामुदायिक योजनाओं से कुछ हिस्सा उनके विकास के लिए जारी करती हैं लेकिन यहां पिचौपा कला खनन क्षेत्र में कंपनी ग्रामीण विकास की राशि हडप रही है। सभी ग्रामीणों को एक सितंबर को पंचायत आयोजित कर सर्वसम्मति से फैसला लिया कि जब तक माईंनिंग कंपनी द्वारा बोली का दस प्रतिशत पंचायत को नहीं दिया जाएगा तब तक माईंनिंग को बंद कर बेमियादी धरना प्रदर्शन शुरु किया जाए।

आज आंदोलनकारी ग्रामीणों ने बताया कि एक अगस्त को माईंनिंग के कर्मचारियों ने कहा था कि 10 अगस्त तक बोली का दस प्रतिशत पंचायत के खाते में डाल दिया जाएगा लेकिन कंपनी दस प्रतिशत नहीं देना चाहती है। ग्रामीणों ने धरनास्थल पर फैसला लिया है कि जब तक माईंनिंग कंपनी बोली का दस प्रतिशत पंचायत के खाते में जमा नहीं करवाती है तब तक माईंनिंग का काम बंद रखा जाएगा। ग्रामीणों ने कहा कि कंपनी नियम अनूसार कार्य करें और राशि जमा करवाए तो उसे कार्य करने दिया जाएगा नहीं तो उसे खनन क्षेत्र में कार्य नहीं करने दिया जाएगा। ग्रामीणों ने प्रशासन को पत्र लिख कर बकाया रायल्टी दिलाने की मांग की है। धरने पर पूर्व सरपंच दलबीर गांधी,जाट नेता राज कुमार हड़ौदी राजकरण,डॉ दिलबाग अमीर सिंह,सुनील,शिव कुमार, हरेन्द्र,पाडन रणधीर, कमलेश भैरवी, सुरेश आदि ने समर्थन दिया। उनके अलावा डा. राजेंद्र, पवन कुमार, सोन,भीम सिंह, अर्जून, संदीप, बीडीसी जसवंत, सुबेसिंह, सोनू नंबरदार, रामधन नंबरदार, ग्रामीण डा. राजेंद्र सिंह, भीम सिंह, पप्पू, संजय कुमार, वेदप्रकाश, सुरेंद्र, सुनील, धर्मवीर आदि ग्रामीण मौजूद रहे।