Charkhi Dadri News : पांचवे दिन भी खनन क्षेत्र में धरने पर रहे ग्रामीण, जिला उपायुक्त से कंपनी पर तुंरत कार्यवाही करने की मांग

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Villagers remain on strike in the mining area for the fifth day, demanding immediate action against the company from the District Deputy Commissioner
गांव पिचौपा कलां में खनन क्षेत्र में पांचवें दिन भी नारेबाजी करते धरनारत ग्रामीण।

(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। गांव पिचौपा कलां के माईंनिंग जोन में जिला प्रशासन के वसूली के आदेश के बावजूद खनन करने वाली कंपनी द्वारा ग्राम पंचायत को दस प्रतिशत रायल्टी न देने के विरोध में आज पांचवें दिन भी धरना प्रदर्शन जारी रखा और प्रशासन पर ग्रामीणों के कंपनी पर करोड़ों रुपए डकारने के बावजूद कदम न उठाने का आरोप लगाते हुए सरकार के खिलाफ तत्काल कार्यवाही की मांग की। इस दौरान कंपनी पर कुछ पंचायत प्रतिनिधियों को धमकाने का भी मामला उठाया।

पिचौपा कलां पहाड़ के खनन क्षेत्र में सामाजिक कार्यकर्ता डा. राजेंद्र सिंह की अध्यक्षता में पांचवें दिन बरसात में संचालित धरने जारी रहा। धरने पर बैठे पंचायत प्रतिनिधियों ने पांच दिन गुजरने के बावजूद प्रशासन पर कार्यवाही नहीं करने पर जल्द ही बड़ा आंदोलन शुरु करने का फैसला लिया।ग्रामीणों को संबोधित करते हुए पूर्व सरपंच बलवंत सिंह की अगुवाई में धरनास्थल पर डटे आंदोलनकारियों ने कहा कि खनन कंपनी जानबूझ कर नियमों का उल्लंघन कर ग्राम पंचायत को नुकसान पहुंचा रही है। ग्रामीण कंपनी को बार बार रायल्टी का दस फिसदी जमा करवाने की अपील कर रहे हैं लेकिन ठेकेदार अपनी मनमानी से उनकी मांग को दरकिनार कर अपनी धौंस दिखा रहे हैं जो न्यायसंगत नहीं है। एक तरफ तो केंद्र व प्रदेश सरकार ग्राम पंचायतों के अधिकार बढाकर सामुदायिक योजनाओं से कुछ हिस्सा उनके विकास के लिए जारी करती हैं लेकिन यहां पिचौपा कला खनन क्षेत्र में कंपनी ग्रामीण विकास की राशि हडप रही है।

सभी ग्रामीणों को एक सितंबर को पंचायत आयोजित कर सर्वसम्मति से फैसला लिया कि जब तक माईंनिंग कंपनी द्वारा बोली का दस प्रतिशत पंचायत को नहीं दिया जाएगा तब तक माईंनिंग को बंद कर बेमियादी धरना प्रदर्शन शुरु किया जाए। आज आंदोलनकारी ग्रामीणों ने बताया कि एक अगस्त को माईंनिंग के कर्मचारियों ने कहा था कि 10 अगस्त तक बोली का दस प्रतिशत पंचायत के खाते में डाल दिया जाएगा लेकिन कंपनी दस प्रतिशत नहीं देना चाहती है। ग्रामीणों ने धरनास्थल पर फैसला लिया है कि जब तक माईंनिंग कंपनी बोली का दस प्रतिशत पंचायत के खाते में जमा नहीं करवाती है तब तक माईंनिंग का काम बंद रखा जाएगा। ग्रामीणों ने कहा कि कंपनी नियम अनूसार कार्य करें और राशि जमा करवाए तो उसे कार्य करने दिया जाऐगा नहीं तो उसे खनन क्षेत्र में कार्य नहीं करने दिया जाएगा। आगामी दो दिन में फैसला न होने पर बेमियादी धरना प्रदर्शन पर क्षेत्र के सभी पंच, सरपंचों व मौजिज ग्रामीणों की बड़ी महापंचायत बुलाकर खनन कंपनी के साथ साथ जिला प्रशासन के खिलाफ कठोर फैसला लेने की चेतावनी दी। आज के धरने पर ठेकेदार सत्यवीर, जयवीर, राजेश, रामौतार, सुरजभान, भीम सिंह, रामधन नंबरदार, सरपंच प्रतिनिधि अशोक कुमार, ग्रामीण डा. राजेंद्र सिंह, भीम सिंह, पप्पू, संजय कुमार, जसवंत, वेदप्रकाश, सुरेंद्र, सुनील, धर्मवीर आदि ग्रामीण मौजूद रहे।