(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। आर्यनगर के उच्च विद्यालय की नौंवी व दसवीं कक्षा के दाखिले बंद कर उसका दर्जा घटाने का मामला ग्रामीणों व शिक्षा विभाग के गले की फांस बन गया है। उपायुक्त व जिला शिक्षा अधिकारी को बार बार मांगपत्र देने के बावजूद कोई समाधान न होने पर गांव के ग्रामीण अभिभावक और बच्चों ने स्कूल के सामने बेमियादी धरना शुरु करते हुए स्कूल की बहाली नहीं होने तक धरना जारी रखने का फैसला किया।
राजकीय उच्च विद्यालय आर्यनगर के सामने धरना शुरु करते हुए सरपंच संदीप कुमार ने कहा कि पोर्टल पर स्कूल बंद होने के बावजूद पिछले दो साल से नौवीं और दसवीं के बच्चों की परीक्षा ली गई और अच्छे परिणाम आने पर स्टाफ को प्रमाण पत्र भी दिया गया।
उन्होंने कहा कि इस धोखे से ग्रामीणों में बड़ा आक्रोश है अगर सरकार ने हमारा स्कूल बहाल नहीं किया तो लघु सचिवालय पर धरना देने को मजबूर होंगे। धरने पर पहुंचे अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय संयोजक राजू मान ने कहा कि भाजपा सरकार का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा खोखला है। आर्यनगर के हाई स्कूल को पोर्टल से हटाने से सरकार को चेहरा बेनकाब हो गया है। किसान नेता राजू मान ने कहा कि इस मसले पर सरकार की बड़ी लापरवाही सामने आई है।
उन्होंने कहा कि विडंबना की बात है कि 11 जुलाई 2024 से 18 जुलाई के बीच नौवीं और दसवीं के सभी बच्चों के नाम काट स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट जारी कर उन्हें रोड़ पर ला छोड़ा जिससे ग्रामीणों में बड़ा रोष है। हैरानी की बात है कि आर्यनगर स्कूल का नाम 2023 में शहीद हरिसिंह के नाम से नामकरण हुआ था लेकिन सरकार ने शहीद का भी आदर नहीं रखा।
इससे पहले धरने पर बैठे ग्रामीणों और बच्चों ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारे लगाए। आज के धरने पर पूर्व सरपंच संत कुमार, होशियार सिंह, मास्टर सज्जन सिंह, सुरेंद्र सिंह, मांगेराम, अजीत सिंह, लक्ष्मीनारायण, धर्मसिंह, ओमप्रकाश, सुरेंद्र, हरिराम, सुरेंद्र पंच, शुक्रम पाल, रमेश चौकीदार, सुरेश पंच, महिपाल, नरेंद्र सिंह, आनंद शर्मा, परविंद्र, मोनू, जगदीश, राजेंद्र, जयप्रकाश, सुखबीर, आनंद,