- अभिभावकों ने विद्यार्थियों के साथ मुख्य द्वार पर जड़ा ताला, विरोध के बीच पुलिस टीम ने हेडमास्टर को निकाला
(Charkhi Dadri News)बाढड़ा। गांव डालावास के राजकीय माध्यमिक स्कूल के मुखिया द्वारा समय पर स्कूल न पहुंचने, बच्चों को न पढाने व शिक्षकों का छह माह से वेतन न निकलवाने के विरोध में आज अभिभावकों ने स्कूल पहुंच कर मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया। मौके पर पहुंची पुलिस टीम व खंड शिक्षा अधिकारी जलकरण ने ग्रामीणों को समझाया लेकिन उन्होंने मुख्याध्यापक का तबादला न होने तक तालाबंदी जारी रखने का एलान किया जिसके बाद उग्र ग्रामीणों के बीच पुलिस हेडमास्टर को निकाल ले गई।
गांव डालावास के राजकीय माध्यमिक स्कूल के स्कूल प्रबंधन कमेटी अध्यक्ष मनोज कुमार की अगुवाई में ग्रामीणों ने स्कूल के मुख्य द्वार पर ताला लगाकर उसके सामने धरना शुरु कर दिया। सैंकड़ों ग्रामीणों ने अपने बच्चों के साथ पहुंच कर उनकी मांग का समर्थन करते हुए सभी शिक्षकों को भी बाहर निकालने की मांग करने लगे। इसी दौरान वहां पहुंचे बीईओ जलकरण व पुलिस टीम ने पहुंच कर शंाति व्यवस्था बनाते हुए स्कूल खोलने की मांग की लेकिन ग्रामीण शंात नहीं हुए और उन्होंने उन्होंने बीईओ को बैरंग लौटा कर सभी शिक्षकों को भी स्कूल से बाहर निकाल दिया।
पुलिस ने जब उनको ताला खोलने की अपील की तो ग्रामीण उखड़ गए और उन्होंने कहा कि मुख्य शिक्षक बहुत ही लापरवाही बरत रहा है। मुखिया द्वारा समय पर स्कूल न पहुंचने व बच्चों को न पढाने से बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। शिक्षा विभाग की सुविधाएं व योजनाएं आज पूरी तरह दम तोड़ चुकी हैं और मुख्याध्यापक स्वयं अन्य शिक्षकों के साथ तालमेल व भाईचारा नहीं बरत रहा है। शिक्षकों का छह माह से वेतन न निकलवाने के कारण उनमें भी मुख्याध्यापक के प्रति गहरा रोष बना हुआ है।
शिक्षकों की आपसी सामंजस्य न होने के कारण विरोध में आज अभिभावकों ने स्कूल पहुंच कर मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने ग्रामीणों को समझाया लेकिन उन्होंने मुख्याध्यापक का तबादला न होने तक तालाबंदी जारी रखने का एलान किया जिसके बाद उग्र ग्रामीणों के बीच पुलिस हेडमास्टर को निकाल ले गई। धरनारत अभिभावक महेन्द्र सिंह, सुनील कुमार, बीरपाल, कपिल, झब्बू डालावास, मिनाक्षी, बिमला, कमलेश, सुनीता, रेखा, अनिता, ममता इत्यादि मौजूद रहे।
युवक बोला 4 साल से समझा रहे
वहीं इस बारे में ग्रामीण प्रमोद कुमार ने बताया कि इस हेडमास्टर को गांव के लोग करीब 4 साल से समझा रहे हैं। न वो टाइम पर आता है और न ही टाइम पर जाता है। पढ़ाने का व्यवहार भी ठीक नहीं है। वह छात्रों से कहता है कि तुम्हें फेल कर दूंगा। इस हेडमास्टर को स्कूल से बाहर करना चाहिए। अगर हमारी मांगें पूरी नहीं हुई तो हम प्रदर्शन करेंगे।
प्रधान बोले कई बार समझाया
इस बारे में एसएमसी के प्रधान मनोज कुमार ने कहा कि उसे हेडमास्टर को देखते हुए 6 महीने हो गए हैं। मैंने उसे रोक कर कई बार समझाया, लेकिन वह हमेशा यही कहता था कि आज-आज छोड़ दो। वह सुबह 11 बजे स्कूल में हाजिरी लगाकर 12 बजे निकल जाता है, फिर सीधा शाम को आता है। इसने सारे बच्चे परेशान कर रखे हैं। हम इसे यहां पढ़ाने नहीं देंगे, इसका यहां से ट्रांसफर किया जाए।