• किसानों ने लंबित कनेक्षनों को लेकर एसडीएम से मुलाकात की

(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। उपमंडल के किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाकियू अध्यक्ष हरपाल सिंह भांडवा के नेतृत्व में एसडीएम से मुलाकात कर कृषि क्षेत्र के ट्यूबवैल कनेक्षन जारी करने में जानबूझ कर देरी करने, सोरऊर्जाधारक किसानों को नया कनेक्षन देने में आनकानी बरतने, कृषि फसलों की खरीद में एमएसपी कानून लागू न करने, घरेलू कनेक्षन में सिक्योरिटी राशी में बेतहाशा वृद्धि को वापस लेने, बकाया मुआवजा न देने की समस्या से अवगत करवाया जिस पर उन्होंने बिजली विभाग के एसडीओ रामसिंह को तत्काल प्रभाव से कदम उठाने का भरोसा दिया।

कस्बे के उपमंडल कार्यालय में किसान नेता गिरधारी मोद की अध्यक्षता में आयोजित किसानों टीम ने एसडीएम दलजीत सिंह से मुलाकात की। भाकियू अध्यक्ष हरपाल भांडवा ने कहा कि क्षेत्र के किसानों द्वारा छह माह पहले अपने अपने खेतों में ट्यूबवैल कनेक्षन के लिए छह करोड़ से अधिक की राशि बिजली विभाग को जमा करवा दी गई है लेकिन आज तक कनेक्षन जारी करना तो दूर बल्कि कछुआ गति से काम किया जा रहा है जिससे किसानों में रोष बना हुआ है।

केन्द्र व प्रदेश सरकार कृषि क्षेत्र के कल्याण के बजट में कमी कर पूंजीपति नीतियों को बढावा दे रही है। हर घर तक स्वच्छ पेयजल व फसल सिंचाई का पानी पहुंचाने वाली प्रदेश सरकार धरातल पर पूरी तरह विफल साबित हो रही है।विभाग एक तरफ तो किसानों को नए कनेक्शन देने के नाम पर बड़े बड़े दावे कर रहा है जबकी दूसरी तरफ किसानों के हितों के साथ जमकर खिलवाड़ किया जा रहा है।

विभाग एक तरफ तो किसानों को नए कनेक्शन देने के नाम पर बड़े बड़े दावे कर रहा है

उन्होंने कहा कि पीएम ने अपने वायदे के अनुसार अभी तक एमएसपी कानून लागू नहीं किया है वहीं उपमंडल व जिले के अन्नदाताओं की वर्ष 2020 व 2023 में बार बार प्राकृतिक आपदा से प्रभावित फसलों के मुआवजा वितरण में जानबूझ कर देरी बरती जा रही है जिससे किसानों के सामने खाद बीज का संकट पैदा हो गया है वहीं बिजली व सिंचाई की कमी से अगेती सरसों के पौद्ये खराबे की भेंट चढ रहे हैं। मौजूदा भाजपा सरकार कृषि व्यवस्था को कमजोर कर पूंजीपतियों को हावि बना रही है जो जायज कदम नहीं है। विभाग एक तरफ तो किसानों को नए कनेक्शन देने के नाम पर बड़े बड़े दावे कर रहा है जबकी दूसरी तरफ किसानों के हितों के साथ जमकर खिलवाड़ किया जा रहा है। इससे गरीब व भोले भाले किसानों को आर्थिक नुकसान और हुआ है।

बाढड़ा उपमंडल के सबसे बड़े कृषि निर्भर बाहुल्य बाढड़ा इत्यादि गांवों में बिजली आपूर्ति कम व अघोषित कटों की समस्या अधिक झेलनी पड़ रही है

बैठक में मौजूद किसानों ने आरोप लगाया कि रबी सीजन के बावजूद आज कृषि व ग्रामीण क्षेत्र में बिजली पानी आपूर्ति न के बराबर होने से जनता में त्राही त्राही मची हुई है। बिजली न आने से ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल का संकट मंडरा रहा है वहीं रबी सीजन की नगदी फसल सरसों के छोटे छोटे पौद्ये खराबें की भेंट चढ गए हैं जो किसानों के लिए बड़ा नुकसान है। कई किसानों ने कहा कि बाढड़ा उपमंडल के सबसे बड़े कृषि निर्भर बाहुल्य बाढड़ा इत्यादि गांवों में बिजली आपूर्ति कम व अघोषित कटों की समस्या अधिक झेलनी पड़ रही है।

बिजली विभाग अलग-अलग फीडरों पर मनमाने तरीके से पीछे से कट लगा देता है जिससे घरेलू उपभोक्ताओं के लाखों के कृषि उपकरण भी खराबी की भेंट चढ जाते हैं। उनके अलावा महासचिव ओमप्रकाश उमरवास, ऋषिराम भांडवा, सत्यबीर बाढड़ा, रामबीर नांधा, विकास बाढड़ा, इंद्रजीत सिंह डालावास, पूर्व सरपंच गिरधारी, वेदप्रकाश काकड़ौली, भूपसिंह दलाल, राम अवतार लाड, ऋषिराम भांडवा, सत्यप्रकाश, नवीन बाढड़ा, ब्रहमपाल बाढड़ा, रणधीर हुई, करतार गोपी, ईश्वर सिंह, कमल सिंह हड़ौदी, आनंद वालिया, रामप्रकाश, इत्यादि मौजूद रहे।

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