(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। भाकियू की अगुवाई में क्षेत्र के किसानों ने आज अकेले बाढड़ा तहसील क्षेत्र के करोड़ों का बकाया मुआवजा व गरीब किसानों द्वारा नए ट्यूबवैल कनेक्षन के लिए छह करोड़ की राशी जमा करवाने के बावजूद कोई कदम न उठाने पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र की सुध न लेने पर गुस्साए किसानों ने अगस्त माह तक सभी किसानों के बकाया कनेक्शन जारी न करने व लंबित मुआवजा न भेजने पर सरकार के खिलाफ बडा आंदोलन शुरू किया जाएगा।
कस्बे के किसान भवन में भाकियू अध्यक्ष हरपाल भांडवा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बार बार प्राकृतिक आपदा से प्रभावित फसलों के मुआवजा वितरण में जानबूझ कर देरी बरती जा रही है जिससे किसानों के सामने खाद बीज का संकट पैदा हो गया है वहीं बिजली व सिंचाई की कमी से कपास के पौद्ये खराबे की भेंट चढ गए हैं। मौजूदा भाजपा सरकार कृषि व्यवस्था को कमजोर कर पूंजीपतियों को हावि बना रही है जो जायज कदम नहीं है।
गरीब व भोले भाले किसानों को हुआ है आर्थिक नुकसान
विभाग एक तरफ तो किसानों को नए कनेक्शन देने के नाम पर बड़े बड़े दावे कर रहा है जबकी दूसरी तरफ किसानों के हितों के साथ जमकर खिलवाड़ किया जा रहा है। इससे गरीब व भोले भाले किसानों को आर्थिक नुकसान और हुआ है। क्षेत्र के किसानों द्वारा छह माह पहले अपने अपने खेतों में ट्यूबवैल कनेक्षन के लिए छह करोड़ से अधिक की राशि बिजली विभाग को जमा करवा दी गई है लेकिन आज तक कनेक्षन जारी करना तो दूर बल्कि सामान खरीदने के लिए टेंडर तक नहीं लगाया है जिससे किसानों में रोष बना हुआ है। बैठक में मौजूद किसानों ने आरोप लगाया कि गर्मी के सीजन के बावजूद आज कृषि व ग्रामीण क्षेत्र में बिजली पानी आपूर्ति न के बराबर होने से जनता में त्राही त्राही मची हुई है।
बिजली न आने से ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल का संकट मंडरा रहा
बिजली न आने से ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल का संकट मंडरा रहा है वहीं खरीफ सीजन की नगदी फसल कपास, बाजरा, गवार के छोटे छोटे पौद्ये जलकर भूमि पर बिछ गए हैं जो किसानों के लिए बड़ा नुकसान है और खेतों में रहने वाले किसानों के मवेशियों तक को पानी नसीब नहीं पाया था। बिजली घर से आपूर्ति में कटौती आने से क्षेत्र की कृषि की सिंचाई व्यवस्था डगमगा गई है। अप्रैल मई माह में बिजली आपूर्ति लडखड़़ाने से कपास, मिर्च, तरबूज, ककड़ी इत्यादि की पकी हुई फसलें पूरी तरह बर्बादी के दौर में पहुंच गई थी जिसयकी सरकार ने अब तक सुध नहीं ली गई है।
कई किसानों ने कहा कि बाढड़ा उपमंडल के सबसे बड़े कृषि निर्भर बाहुल्य बाढड़ा इत्यादि गांवों में बिजली आपूर्ति कम व अघोषित कटों की समस्या अधिक झेलनी पड़ रही है। बिजली विभाग अलग-अलग फीडरों पर मनमाने तरीके से पीछे से कट लगा देता है जिससे घरेलू उपभोक्ताओं के लाखों के कृषि उपकरण भी खराबी की भेंट चढ जाते हैं। बैठक के बाद सभी पदाधिकारियों ने जल्द ही सरकार द्वारा सुध न लेने पर अगस्त में बडी महापंचायत करने का एलान किया।बैठक में पूर्व सरपंच गिरधारी, भूपसिंह दलाल, राम अवतार लाड, पूर्व चेयरमैन संदीप बाढड़ा, ब्रहमपाल बाढड़ा, रणधीर हुई, उमरवास, करतार गोपी, ईश्वर सिंह, कमल सिंह हड़ौदी, आनंद वालिया इत्यादि मौजूद रहे।