(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। भीषण गर्मी के बावजूद उपमंडल क्षेत्र में बिजली आपूर्ति में लगातार कटौती से गर्मी के सीजन में आमजन का जीना मुहाल हो गया है। घरेलू क्षेत्र को तो कुछ तो बिजली मिल रही है वहीं कृषि क्षेत्र में नाममात्र आपूर्ति होने से सिंचाई व्यवस्था पर ग्रहण लग गया है जिससे बेल वाली ककड़ी, तरबूज पहले ही बर्बादी कगार पर है वहीं मात्र शेष बची कपास की फसल बिजाई पर ग्रहण लग गया है। पत्तेदार सब्जियों के पौद्ये तेज लू से मुरझाकर दम तोडऩे को मजबूर है। कृषि क्षेत्र में छाई उदासीनता ने किसानों के होश फाख्ता हो गए है वहीं किसानों व आमजन ने जिला प्रशासन से बिजली आपूर्ति व्यवस्था में सुधार करने की मांग की है।
गर्मी के सीजन में गांव में तो बिजली पानी का संकट गहरा गया है
बाढड़ा उपमंडल क्षेत्र में जुई, आदमपूर डाढी जैसे बिजली घरों से बिजली आपूर्ति की जाती है लेकिन वहां से आपूर्ति में ढिलाई से लगभग चार दर्जन गांवों में बिजली आपूर्ति लडख़ड़ा गई है। गर्मी के सीजन में गांव में तो बिजली पानी का संकट गहरा गया है। गांवों में न आने का और न ही जाने का समय निश्चित है। निर्धारित समय में बिजली आपूर्ति न आने से ज्योंही आपूर्ति की जाती है तो ट्रांसफार्मर आवेरलोड होकर ठप्प हो जाते हैं और इससे तुरंत अघोषित कट लग जाता है जिससे आम उपभोक्ता व कृषि क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बाधित होना आम बात हो गई है।
सभी किसानों ने जिला प्रशासन से बिजली आपूर्ति बहाल करने की मांग की है
किसान धर्मेन्द्र श्योराण, विकास, दीपक, प्रवीण श्योराण, राजेन्द्र सिंह, आनंद कुमार ने बताया कि बिजली न आने से अगेती कपास व तरबूज, प्याज, तंबाकू, ककड़ी व अन्य सब्जियों के पौद्ये आपूर्ति या सिंचाई में सुधार न होने अब शेष बची कपास की बिजाई पर ग्रहण लगा हुआ है और अगर दो दिन में समाधान नहीं हुआ तो कपास की फसल तो पूरी तरह नष्ट हो जाएगी। सभी किसानों ने जिला प्रशासन से बिजली आपूर्ति बहाल करने की मांग की है।
भाकियू अध्यक्ष हरपाल भांडवा, पूर्व सरपंच गिरधारी मोद, रणधीर सिंह हुई इत्यादि ने कहा कि इस रेतीले क्षेत्र में वैसे ही पहले कपास का उत्पादन कम हो रहा है फिर भी मजबूरीवश किसानों ने महंगे भाव के खाद बीज इस्तेमाल कर कपास व सब्जियों की बिजाई करते हैं लेकिन प्रशासन व बिजली विभाग की लापरवाही के कारण उनकी पत्तेदार सब्जियों के पौद्यों की फसलें तबाही की दौर में पहुंच गई हैं।
उन्होंने कहा कि दो दिन में दो दिन में सुधार नहीं किया गया तो किसान संगठन सडक़ों पर उतरकर रोष जताऐंगे। बाढड़ा बिजली विभाग के एसडीओ रामसिंह ने कहा कि फसल कटाई के कारण दिन के समय आपूर्ति बंद रहने से हालात खराब हैं और जल्द ही जो आपूर्ति में कमी आ गई थी जिसको सुधारा जा रहा है। धीरे धीरे कृषि व घरेलू दोनों क्षेत्र के उपभोक्ताओं को आपूर्ति की जा रही है। किसान धैर्य बरते एक सप्ताह में उनको पूराने शेड्यूल से बिजली आपूर्ति शुरु की जाएगी।
दो सप्ताह से उपमंडल के साठ गांवों की बिजली आपूर्ति पर लगा ग्रहण
मौसम में गर्म तापमान व बिजली घरों पुराने ट्रांसफार्मरों पर मामूली बोझ बढते ही ओवरलोड के कारण बाढड़ा उपमंडल के साठ गांवों से अधिक क्षेत्र के हजारों उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति संकट झेलना पड़ रहा है। बिजली विभाग ने तेज गर्मी को देखते हुए घरेलू क्षेत्र के उपभोक्ताओं को आपूर्ति करने व कृषि, उधोग क्षेत्र में कटौती करने का फैसला लेते हुए उपभोक्ताओं से कम से कम पांच दिन धैर्यपूर्वक रहकर सहयोग की अपील की लेकिन अब लगभग एक माह गुजरने के बाद भी सुधर नहीं हो पाया है।
बाढड़ा उपमंडल को बिजली विभाग द्वारा बापोड़ा, जुई, ईशरवाल बिजली घरों से आपूर्ति की जाती हैं जहां से क्षेत्र के दो दर्जन छोटे बडे बिजली घरों के माध्यम से बीस हजार से अधिक कृषि, घरेलू उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति की जाती है। पिछले कुछ समय से तापमान में बढोतरी से बिजली घरों के उपकरणों ने भी दबाव के चलते काम करना बंद कर दिया है और मामूली दबाव बढते ही बिजली घरों में आग लग जाती है। इससे भिवानी, दादरी के कई बिजली की आपूर्ति भी लडखडा गई है। अकेले बाढड़ा उपमंडल के साठ गांवों से अधिक क्षेत्र के हजारों उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति पर ग्रहण लगा हुआ है।
बाढड़ा से संचालित होने वाले बेरला काकड़ोली, नांधा, कारी धारणी, द्वारका समेत दो दर्जन बिजली घरों के फीडरों की हालात पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ रहा है। बिजली विभाग ने तेज गर्मी को देखते हुए घरेलू क्षेत्र के उपभोक्ताओं को आपूर्ति करने व कृषि, उधोग क्षेत्र में कटौती करने का फैसला लेते हुए उपभोक्ताओं से कम से कम पांच दिन धैर्यपूर्वक रहकर सहयोग की अपील की थी लेकिन एक माह से स्थिति जस की तस है। विभाग की कृषि व उधोग क्षेत्र में आपूर्ति में कमी रहेगी इसीलिए उपभोक्ता शांति बरतकर सहयोग करें।