(Charkhi Dadri News) चरखी दादरी। आध्यात्मिकता के बल से परदर्शन, परचिंतन और परमत को छोड़ ईश्वरीय मत, दिव्य गुणों के बंधन में बंधना ही सच्चा रक्षाबंधन है। यह उद्गार प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय झोझू कलां के तत्वावधान में चलाए जा रहे अभियान सद्भावना एवं रक्षाबंधन विषय को लेकर झोझूकलां, कलियाणा, बलाली में रक्षा सूत्र बांधते हुए क्षेत्रीय प्रभारी राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी वसुधा बहन ने व्यक्त किए।
वसुधा बहन ने परमात्म स्मृति की दिव्य राखी बांधी गई एवं आत्म स्मृति का तिलक दे, मधुरता की प्रतीक मिठाई खिला समाज को दिव्य व श्रेष्ठ बनाने का संकल्प दिलाया गया। झोझू कलां पूर्व सरपंच दलबीर सिंह गांधी ने कहा कि ब्रह्माकुमारी संस्थान ने योग मेडिटेशन को समूचे विश्व में फैलाने का एक अनूठा कार्य किया है। वर्तमान समय की परिस्थितियों में ब्रह्माकुमारी संस्थान द्वारा दी जाने वाली शिक्षा एवं सिखाया जाने वाला राजयोग हमारा सुरक्षा कवच हो सकता है तभी हम भारत देश को दोबारा विश्व गुरू बना सकते हैं।
द्रोणाचार्य अवार्डी महावीर फोगाट ने राखी बंधवाते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति को सही मायने में अपनाने पर ब्रह्माकुमारी बहनों को बधाई देते हुए कहा कि आज हम अध्यात्म के बल पर ही हर क्षेत्र में आगे बढ़ गए रहे हैं। सांगवान खाप 13 प्रधान सुरजभान सांगवान ने कहा कि ब्रह्माकुमारी बहनों ने ग्रामीण स्तर पर जो व्यसन मुक्ति एवं मूल्यों की शिक्षा दी है यह बहुत बड़ा काम है क्योंकि भारत देश गांव में बसता है और ग्राम उत्थान से ही हमारे समाज व देश का उत्थान संभव है। इस अवसर पर सैंकड़ों भाई बहनों ने ईश्वरीय स्मृति की राखी बंधवा मेडिटेशन को अपना घर परिवार समाज को दिव्य श्रेष्ठ बनाने का संकल्प लिया।