(Charkhi Dadri News) चरखी दादरी। जिले में कानुन व्यवस्था बनाये रखने के लिए महिला थाना परिसर में दंगा निरोधक कम्पनी बनाकर मॉकड्रिल का अभ्यास करवाया गया । इस मॉकड्रिल में महिला पुलिस बल की टुकडियों ने भी स्पेशल मॉकड्रिल की । इस दौरान पुलिस बल को विशेष ट्रैनिंग दी गई तथा कर्मचारियों को भीड को तितर-बितर करने व दंगा निरोधक गतिविधियों पर कैसे काबु पाया जाए, इस बारे में विस्तारपुर्वक बताया गया ।
जिला पुलिस द्वारा समय-समय पर ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिससे आपात परिस्थितियों में निपटा जा सके
अगर कहीं पर भी असमाजिक तत्व माहौल बिगाडने की कोशिश करते हैं तो उनसे कैसे सख्ती से निपटा जाए तथा उनके साथ कानुनी कार्रवाही के तहत बल प्रयोग कैसे किया जाए, इस बारे में भी प्रशिक्षित किया गया ।धीरज कुमार उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय ने कहा कि जिला पुलिस द्वारा समय-समय पर ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिससे आपात परिस्थितियों में निपटा जा सके। अपराधिक वारदात होने पर अपने उच्च अधिकारियों से तुरंत सम्पर्क करें। उन्होंने कहा कि कानुन व्यवस्थ बनाए रखने के दौरान आमजन के साथ मैत्रीपुर्ण व्यवहार कर उनका सहयोग लिया जाए तथा कानुन से खिलवाड करने वाले असमाजिक तत्वों के साथ सख्ती से निपटा जाए।
अगर कहीं भीड उग्र हो जाए, तो भीड से कैसे निपटना है, इस बारे में पुलिस जवानों को महत्वपुर्ण गुर बताए
प्रत्येक व्यक्ति की सुरक्षा तथा कानुन व्यवस्था बनाए रखना पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है, ताकि आमजन अपने आपको सुरक्षित महसुस करें। आपात स्थिति में पुरी सावधानी व सतर्कता बरतें तथा संदिग्ध किस्म के लोगों पर पैनी नजर रखें। अगर कहीं भीड उग्र हो जाए, तो भीड से कैसे निपटना है, इस बारे में पुलिस जवानों को महत्वपुर्ण गुर बताए। यदि भीड ज्यादा उग्र या अनियंत्रित हो जाए तो ऐसी स्थिति में पुलिस अधिकारियों व जवानों को जहां तक हो सके मनोवैज्ञानिक तरीके से भीड को नियंत्रित करने का प्रयास करना चाहिए।
इसके अलावा भीड को कानुनी नजरिए से अवगत करवाए की उनका यह प्रदर्शन व उग्र रुप गैरकानुनी है तथा उनके खिलाफ कडी कानुनी कार्रवाई की जा सकती है। भीड व मजमे के दौरान पुलिस अफसर व जवानों को हमेशा शांत रहना चाहिए, अपने सुचना तंत्र को मजबुत कर भीड की साइकोलाजी को पहचाने तथा जनता से सहयोग प्राप्त कर भीड को नियंत्रित करने का प्रयास करें।
पुलिस जवानों को हिदायत दी कि भीड को कंट्रोल करने के दौरान बदले की भावना से काम ने करें तथा किसी भी मजमे के बारे में गलत टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने पुलिस जवानों व अधिकारियों से कहा कि किसी भी हिंसक प्रदर्शन या उग्र भीड को नियंत्रित करने के दौरान स्थानीय प्रशासन के साथ पुरी तरह से समन्वय बनाकर रखे। अपने अधिकारी के आदेशों की दृढता के साथ पालन करें । अपने उच्च अधिकारियों से सम्पर्क में रहे तथा स्थिति से अवगत कराते रहे।