(Charkhi Dadri News) चरखी दादरी। जिला शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र नारा की अध्यक्षता में आज राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल, चरखी दादरी के बुनियाद सेंटर में तीनों खंडों के निजी स्कूल संचालकों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में शिक्षा विभाग द्वारा जारी दिशानिर्देशों की विस्तार से जानकारी दी गई और इनका सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।जिला शिक्षा अधिकारी ने स्पष्ट किया कि आरटीई एक्ट के अंतर्गत निजी स्कूलों को बालवाटिका-3 और पहली कक्षा की कुल सीटों में से 25 प्रतिशत सीटें वंचित वर्गों के बच्चों के लिए आरक्षित करनी होंगी, और इनका विवरण ऑनलाइन पोर्टल पर अनिवार्य रूप से अपलोड करना होगा।
शिक्षा का अधिकार सभी के लिए है और इसकी गुणवत्ता को बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है
इस आदेश की पालना नहीं करने वाले स्कूलों के एमआईएस पोर्टल को को पहले ही ब्लॉक किया जा चुका है। इसके साथ ही, उन्होंने सभी निजी स्कूलों को एनसीईआरटी द्वारा निर्धारित पाठ्यपुस्तकों को अपनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी निजी प्रकाशन की किताबें अनावश्यक रूप से न थोपें और बच्चों पर आर्थिक बोझ न डाला जाए। शिक्षा का अधिकार सभी के लिए है और इसकी गुणवत्ता को बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है।
वीरेंद्र नारा ने यह भी स्पष्ट किया कि स्कूल यूनिफार्म में अनावश्यक बदलाव से बचा जाए। उन्होंने कहा कि स्कूल यूनिफार्म को कम से कम 5 साल तक न बदला जाए, ताकि अभिभावकों पर बार-बार खर्च का बोझ न पड़े। बैठक में निजी स्कूलों की विभिन्न समस्याएं भी सुनी गईं और उनके समाधान के लिए सुझाव दिए गए। जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि शिक्षा विभाग और निजी स्कूल आपसी सहयोग से बच्चों के समग्र विकास के लिए कार्य करें। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि भविष्य में निरीक्षण अभियान चलाया जाएगा, जिसमें इन निर्देशों के पालन की स्थिति की समीक्षा की जाएगी।बैठक में सभी खंडों के खंड शिक्षा अधिकारी, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के पदाधिकारी और निजी स्कूल संचालक उपस्थित रहे।