(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। दी केन्द्रिय सहकारी बैंक भिवानी ने भिवानी दादरी जिले के किसानों के हित कें लिए बड़ा फैसला लेते हुए लघु कृषि ऋणधारकों का 20 करोड़ का पैनल्टी ब्याजमाफी करने का फैसला लिया है। बैंक बोर्ड ने पिछले वर्ष भी 15 करोड़ की माफी दी थी लेकिन अबकी बार बोर्ड ने देरी की तो किसानों में असमंजस के हालात पैदा हो गए लेकिन किसानों की लंबे समय से मांग पूरी होने से किसानों को बड़ी समस्या से छुटकारा मिला है।
दी केन्द्रिय सहकारी बैंक भिवानी की चेयरमैन सुधीर चांदवास की अध्यक्षता में आयोजित निदेशक मंडल की बैठक में रखे प्रस्ताव में बताया गया कि रजिस्ट्रार सहकारी समिति ने प्रदेश के सभी ग्रामीण क्षेत्र में संचालित पैक्स केन्द्रों की वित्तिय हालात सुधारने का फैसला लिया है। भिवानी दादरी दोनों जिलों की पैक्सों की वित्तिय हालत सही नहीं है और लगभग सभी पैक्स हानि में चल रहे हैं एक तरह से अतिदेय ऋणियों से वसूली नगन्य है।
पिछले वर्ष हरको बैंक ने सहकारी बैंकों को कृषि ऋण पर ब्याज में भारी छूट दी गई थी जिससे इस वर्ष 31 मार्च 2024 को बैंक की वित्तिय स्थिति बहुत अच्छी रही है। बैंक के महाप्रबंधक का नैतिक दायित्व बनता है कि जिले के सभी निदेशकों के अनुमोदन पर पैक्सों के केसीसी ओवर डू ऋण खाते पर 1 अप्रैल 2023 से 31 मार्च 2024 अवधि का पैनल ब्याज मात्र जीरो प्रतिशत लगाने का फैसला किया है। बैठक में मौजूदा महाप्रबंधक ने प्रस्ताव पास करते हुए कहा कि इससे किसानों को मौजूदा वर्ष में 205904631 करोड़ का लाभ होने की उम्मीद जताई गई है। महाप्रबंधक कें प्रस्ताव पर सभी निदेशक मंडल ने स्वीकृति की मोहर लगाते हुए पैनल्टी में छूट देते हुए स्वीकृति दे दी है जिससे किसानों को बड़ा नायाब तोहफा मिला है।
मंझले किसानों को मिलेगा बड़ा फायदा
प्रदेश सरकार का सहकारिता विभाग ग्रामीण क्षेत्र के छोटे मंझले किसानों को खाद बीज की उपलब्धता व उनको समय समय पर ऋण मुहैया करवाता है जो बिना ब्याज मिलता है। मौजूदा समय में भिवानी व चरखी दादरी दोनों जिलों में प्रदेश भर के सभी जिलों से अधिक संख्या में 54 पैक्स केन्द्र व 22 सीसीएस संचालित हैं जिनके माध्यम से लगभग 27800 छोटे किसान जुड़े हैं और सरकार की योजनाओं से लाभाविंत हैं।
किसानों के लिए जरुरी कदम: सुधीर चांदवास
दी केन्द्रिय सहकारी बैंक भिवानी की चेयरमैन सुधीर चांदवास ने बताया सांसद धर्मबीर सिंह के दिशानिर्देश पर बैंक डायरेक्टरों की बैठक में पैक्सों व बैंक में रिक्त पदों, पुराने ऋणधारकों को ब्याज में छूट देकर उनको दोबारा बैंक की योजनाओं से जोडऩे, गांव गांव में शिक्षित महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों का ग्रूप तैयार कर उनको नाममात्र व बिना ब्याज के घरेलू उत्पाद तैयार करने के लिए बड़े स्तर पर ऋण उपलब्ध करवाने का लक्ष्य रखा गया था। उनके दिशानिर्देंश पर ही पिछले वर्ष पंद्रह करोड़ की राशि माफी की तथा अबकी बार दी केन्द्रिय सहकारी बैंक भिवानी की बैठक में मौजूदा ब्याजराशि पर बीस करोड़ की पैनल्टी व ग्रामीण क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा स्वयं सहायता समूह चलाने का फैसला लेते हुए एजेंडा पास किया गया है। आगामी 12 अगस्त को भिवानी कार्यालय में ही सांसद धर्मबीर सिंह की अध्यक्षता में बैंक की वार्षिक बैठक में अन्य किसान कल्याण से जुड़े फैसलें लिए जाऐंगे।