(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। गांव बेरला मे संचालित दस दिवसीय योग व चरित्र निर्माण शिविर का आज धूमधाम से समापन समारोह आयोजित किया जिसमें मुखयातिथि समाजसेवी उमेद पातुवास ने युवा आर्यवीरों को सममानित किया गया। स्वामी सचिनानन्द महाराज की अध्यक्षता मे संचालित आर्यवीर व्यायाम समापन शिविर में समापन समारोह को संबोधित करते हुए भाजपा नेता व समाजसेवी उमेद पातुवास ने कहा कि यज्ञ योग के कारण भारत का पूरे विश्व में डंका बजा है और हमे विश्व गुरु का दर्जा हासिल है। हमारे ऋषि मुनियों के लाखों साल पहले योग को जन्म दिया जिससे आज पूरा विश्व अपना कर रोगमुक्त जीवन यापन कर रहा है।
स्वामी दयानंद सरस्वती के बताए मार्ग पर चलकर नैतिक मूल्यों के समाज के गठन मे सहयोग करना चाहिए
आज की युवा पीढ़ी को पश्चिमी सभ्यता को न अपना स्वामी विवेकानंद, स्वामी दयानंद सरस्वती के बताए मार्ग पर चलकर नैतिक मूल्यों के समाज के गठन मे सहयोग करना चाहिए। आज युवा मोबाईल, नशीले पदार्थो की तरफ तेजी से प्रभावित हो रहे हैं जो भविष्य के लिए शुभ संकेत नहीं है। प्रत्येक युवा को आज के चरित्र निर्माण व योग शिविर का अपने आसपास के गांवों में भी प्रचार प्रसार करने की आवश्यकता है।
व्यायाम प्रशिक्षण एवम् चरित्र निर्माण संस्कार शिविर में आज स्वामी सच्चिदानंद ने शिविरार्थियों को दीपासन का अभ्यास करवाया। इस अवसर पर उन्होंने बच्चों को अच्छाई के रास्ते पर चलने की प्रेरणा करते हुए कहा कि अच्छाई में संयम एवं सदाचार का आश्रय ही उसकी विजय सुनिश्चित करता है। अच्छाई एक शांत नदी की तरह होती है, जो ना केवल प्यास बुझाती है अपितु जीवन के सृजन में मूल तत्व की भूमिका का निर्वाह भी करती है।
निश्चित ही जीवन में अच्छाई होगी तो वह एक दिन सृजन का रूप अवश्य ले लेगी। अच्छाई ही वो सीढ़ी है जो आपको किसी के हृदय तक पहुँचा देती है। अच्छाई में जीवन जीना, सच्चाई में जीवन जीना ही है। उमेद पातवुास ने आयोजक कमेटी को महापुरुषों के जीवन से जुड़ी पाठ्य पुस्तकों व आयोजन के लिए 51 हजार की आर्थिक मदद देने की घोषणा की। इस अवसर पर धर्मपाल आर्य धीर, एडवोकेट जगमाल सिंह बेरला, सुरेंद्र बाढड़ा, प्रवीण योगी बेरला, व्यायाम शिक्षक नारायण आर्य, राहुल आर्य, रमेश आर्य बेरला, जगमाल आर्य, कुलदीप आर्य, जतिन आर्य, देव, पंकज, तरुण, तुषार, हरीश, साहिल, सचिन, हरि, मनीष, राहुल, अमित, राकेश आदि की उपस्थिति रही।