(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। भाजपा द्वारा विधानसभा चुनाव में पूर्व विधायक सुखविंद्र मांढी को बाढड़ा सीट से टिकट न देने के विरोध में कल उनके द्वारा भाजपा किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष पद व प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद आज उनके हजारों समर्थकों ने कस्बे में रोष बैठक आयोजित कर भाजपा की शवयात्रा निकाल कर उनका पूतला फूंका। इस दौरान उन्होंने भाजपा संगठन पर संगठन से दूर के लोगों को टिकट देने का आरोप लगाकर उनके खिलाफ बड़ा फैसला लेने की चेतावनी दी।
कस्बे के दादरी रोड़ पर आयोजित पंचायत समिति के पूर्व चेयरमैन भल्लेराम बाढड़ा की अध्यक्षता में पूर्व विधायक सुखविंद्र मांढी को टिकट न देने पर विरोध में आयोजित रोष बैठक में उनके जिले के सभी मंडल अध्यक्षों व भाजपा मंडल अध्यक्ष मंगल गोपी की अगुवाई में दो सौ बूथ प्रभारियों ने पार्टी संगठन से इस्तीफा देने की घोषणा की। पूर्व खाप नेता विधानंद हंसावास ने कहा कि भाजपा संगठन अब निष्ठावान कार्यकर्ताओं को महत्व देने की बजाए केवल चाटुकार व धनबल का बोलबाला है। सुखविंद्र मांढी ने मात्र 21 वर्ष की आयु में भाजपा में शामिल होकर इस रेगिस्तान में कमल खिलाने का काम किया और किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष पद पर समस्त प्रदेश में पार्टी को किसान वर्ग से जोडऩे लेकिन आज मेहनती व जनता से जुड़े नेताओं की उपेक्षा की जा रही है।
जाट आरक्षण व किसान आंदोलन में भी सुखविंद्र मांढी ने पार्टी को बार बार किसानों, खिलाडिय़ों की आवाज उठाई लेकिन आज केवल संगठन के बाहर के चेहरों को टिकट देकर स्वावलंबी कार्यकर्ताओं का अपमान किया है जिससे अब विधानसभा क्षेत्र का कोई भी कार्यकर्ता पार्टी संगठन में नहीं रहेगा। इस दौरान भाजपा संगठन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। बैठक के सभी गुस्साए कार्यकर्ताओं ने कस्बे में भाजपा की शवयात्रा निकाल कर उनका पूतला फूंका। इस दौरान उन्होंने भाजपा संगठन पर संगठन से दूर के लोगों को टिकट देने का आरोप लगाकर उनके खिलाफ बड़ा फैसला लेने की घोषणा की। रोष प्रदर्शन में पंचायत समिति के पूर्व चेयरमैन भल्लेराम बाढड़ा, आनंद डालावास, प्रदीप रुदड़ौल, कुलजीत श्योराण, पूर्व मंडल अध्यक्ष मंगल गोपी, पूर्व अध्यक्ष सुरेश डालावास, संजू सोनी, जोगेन्द्र जीतपूरा, राकेश उमरवास, सुरेन्द्र रोहिल्ला, सरपंच ज्ञानवीर सिरसली, कृष्ण खोरड़ा, सुरेश बाढड़ा, जयबीर श्योराण, मुकेश बिरमाण, रावत सिंह जगरामबास, बलवान काकड़ौली, पारस, रणधीर सिंह गोपी, अशोक बडराई, भूपेन्द्र दगड़ौली, प्रवीण बाढड़ा इत्यादि मौजूद रहे।
सुखविंद्र मांढी कांग्रेस के समर्थक में
भाजपा ने विधानसभा चुनाव के उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करते ही बाढडा के पूर्व विधायक भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष सुखविन्द्र माण्ढी व सैंकड़ों समर्थकों ने अपने पद से इस्तीफा देने के साथ -साथ पार्टी छोडऩे का ऐलान भी कर दिया है। सुखविन्द्र माण्ढी बाढडा से 2014 में विधायक बना तो दूसरी बार 2019 में नैना चौटाला से हार गया था। सुखविन्द्र माण्ढी का परिवार 1952 से लगातार चुनाव लड़ता आ रहा है। इससे पूर्व उनके दादा स्व. अतर सिंह व उनके चाचा नृपेन्द्र श्योराण विधायक रहे हैं। नृपेन्द्र श्योराण पहली बार 1996 में हरियाणा विकास पार्टी से चुनाव लडे थे और अभी तक की रिकोर्ड जीत इस विधान सभा से उनके नाम दर्ज है।
उसके बाद सुखविन्द्र माण्ढी को युवा चेहरा मानते हुए 2014 विधान सभा ने बाढडा विधान सभा से पार्टी ने उम्मीदवार बनाया था। उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार चौधरी रणबीर सिंह महिंद्रा को 5 हजार वोटो के अंदर से हराकर विधानसभा में पहुंचे थे। उधर उनके चाचा पूर्व विधायक नृपेन्द्र श्योराण कांग्रेस से अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। टिकट वितरण में उपेक्षा से सुखविन्द्र माण्ढी कांग्रेस की तरफ रुख कर सकते हैं। देर रात्रि से ही वह अपने हजारों समर्थकों के साथ पूर्व मंत्री अतर सिंह मांढी फार्महाउस पर डटे हुए थे और टिकट कटते ही उन्होंने कहा कि वर्ष 2010 से लगातार पार्टी के लिए काम किया लेकिन संगठन ने उनके ही नहीं हजारों कार्यकर्ताओं की भावनाओं को दरकिनार कर दिया है जिससे उन्होंने सभी पदों व प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। अगले कदम वह समर्थकों से बैठकर फैसला लेंगे। सुखविंद्र मांढी कल रात्रि ही दिल्ली पहुंच गए हैं जहां उनसे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठकें होने की सूचना है वहीं उनके समर्थक अभी दो दिन में बड़ा एलान कर सकते हैं।