Charkhi Dadri News : समाजवादी चिंतक सरपंच मांगेराम डोहका नहीं रहे

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Socialist thinker Sarpanch Mangeram Dohka is no more
डोहका हरिया निवासी पूर्व सरपंच मांगेराम।

(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। गांव डोहका हरिया निवासी पूर्व सरपंच मांगेराम का हिसार के जिंदल अस्पताल में कल निधन हो गया। वह विद्यार्थी जीवन में समाजवादी सोच रखने वाले तथा युवा अवस्था में कामरेड हरिकिशन सिंह सुरजीत और कामरेड धर्म सिंह कासनी के सानिध्य में माक्र्सवाद का परचम थामने वाले जनसेवा के क्षेत्र में सदैव याद रखे जाऐंगे।

पूर्व सरपंच मांगेराम ने लंबे समय तक किसान मजदूर और कमरे वर्ग के लिए अनेक आंदोलनों में भाग लिया। 1973 के अध्यापक आंदोलन और गेंहू के भाव को लेकर उस समय के किसान आंदोलन में उन्होंने बढ़ चढक़र भागीदारी की। पहली बार 1973 में पंचायत समिति बाढड़ा के सदस्य बने तथा चेयरमैन के चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।1978 और 1990 के ग्राम पंचायत के चुनाव में गांव के सरपंच चुने गए।

अपने कार्यकाल में उन्होंने काम के बदले अनाज योजना के तहत वंचित वर्ग को भरपूर लाभ पहुंचाया। इससे उनकी पहचान दलित और वंचित वर्ग हितेषी के रूप में हुई। सरपंच के कार्यकाल के दौरान चौधरी बंसीलाल की विकासात्मक सोच से प्रभावित होकर उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया तथा उम्रभर कांग्रेस की नीतियों का प्रचार प्रसार किया। पूर्व मंत्री स्व. सुरेंद्र सिंह व पूर्व मंत्री अतर सिंह मांढी सहित अनेक नेताओं के साथ उनके धनिष्ट संबध रखते थे। सरपंच मांगेराम बड़े दयालु मिलनसार एवं सरल स्वभाव के थे।

उनके जाने से क्षेत्र के गांवों के साथ लगते गांव में गम का माहौल है। उनके निधन पर पूर्व विधायक नृपेन्द्र सिंह मांढी, पूर्व विधायक जगजीत सिंह सांगवान, जिला पार्षद सुनील इंजीनियर, जेल अधीक्षक सुरेंद्र सिंह, रविंद्र पूर्व सरपंच छप्पर, राजपाल मैनेजर, कृष्णा सरपंच अटेला,वेदपाल कप्तान, फतेह सिंह, हवा सिंह रावलधी, करण सिंह बीडीपीओ, रण सिंह प्राचार्य, सज्जन मैनेजर, जयवीर सारंगपुर ने उनके आवास पहुंच कर गहरी संवेदना प्रकट की।

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