(Charkhi Dadri News) चरखी दादरी। आर्यवीर दल चरखी दादरी एवम् सर्वहित साधना न्यास के तत्वावधान और स्वामी सच्चिदानंद के सानिध्य में व्यायाम शिक्षक नारायण आर्य एवम् राहुल आर्य ने एवरग्रीन वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय परिसर में बच्चों को व्यायाम का अभ्यास करते हुए नारायण आर्य ने बताया कि योगाभ्यास विभिन्न आसनों से होने वाले लाभ एवम् सावधानियों से भी अवगत करवाया। इस अवसर पर स्वामी सच्चिदानंद ने कहा कि योगाभ्यास से मनुष्य में स्थिरता व अनुशासन का जन्म होता है। अनुशासन इसका अर्थ है अपने जीवन को उचित नियमों और प्रणालियों के साथ जीना, जो आपको अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा। जब हम अनुशासित जीवन जीते हैं, तो हम अपनी आदतों में सुधार करने लगते हैं, जिससे हमारे व्यक्तित्व और जीवन में सुधार होता है।
अनुशासन वह कारक है जो हमें जीवन में सफल होने के लिए आवश्यक सभी सिद्धांतों को सीखने में मदद करता है। जब आप अनुशासित जीवन जीते हैं तो आप एक अच्छे नागरिक बनकर देश के लिए अपना योगदान दे रहे होते हैं।
अनुशासन हमें अपने आत्मविश्वास और आत्म-नियंत्रण में सुधार करने के लिए प्रेरित करता है ताकि हम खुद को बेहतर बना सकें। कुछ सबसे सामान्य आदतें जिनसे आप अनुशासित जीवन जीना शुरू कर सकते हैं, वे हैं जल्दी उठना, व्यायाम करना, स्वस्थ भोजन करना और बुरी चीजों से बचना। जब हम खाने के प्रति अनुशासित होते हैं, तो हम स्वस्थ, फिट रहते हैं, और कुल मिलाकर हम अस्वास्थ्यकर भोजन में अत्यधिक कार्बोहाइड्रेट के बिना थोड़ा हल्का महसूस करते हैं। अनुशासन आपको अन्य लोगों से बात करना सिखाएगा जिन्हें आप सभ्य और सम्मानजनक तरीके से जानते हैं। यह सबसे महत्वपूर्ण पाठों में से एक है जो आपके लिए जीवन भर उपयोगी रहेगा।यह सबसे महत्वपूर्ण पाठों में से एक है जो आपके लिए जीवन भर उपयोगी रहेगा। इस अवसर पर विद्यालय चेयरमैन बलवान सांगवान, प्रधानाध्यापक मनोज कुमार, राहुल आर्य आदि की उपस्थिति रही।
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बाढड़ा: बच्चों को योगाभ्यास करवाते योग शिक्षक।