- पटवारियों ने अतिरिक्त सर्कल छोडऩे से जनता परेशान
(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। प्रदेश सरकार के राजस्व विभाग द्वारा राजस्व विभाग के भ्रष्ट कार्यशैली में सलिंप्त वाले पटवारियों वाली सूचि जारी करने के विरोध में उपमंडल के पटवारी व कानूनगो एसोसिएशन ने 20 जनवरी से शुरु कलम छोड़ हड़ताल 31 तक जारी रखने के एलान से क्षेत्र के 20 गांवों में सारा काम बंद हो गया है।
पटवारियों ने अपनग अपनग अतिरिक्त सर्कल वाले गांवों का काम छोड़ कर सरकार के खिलाफ जमकर रोष जताया तथा अपने कार्यालय में काली पट्टी बांध कर कुछ काम निपटाया। पटवारियों के अतिरिक्त सर्कलों का काम छोड़ कर आंदोलन पर जाने के कारण सोमवार को हड़ताल जारी रही और सभी पटवारियों के रोष के कारण आमजन को दैनिक कामकाज के लिए बेहाल होना पड़ा।
सरकार की मनमानी के विरोध में अतिरिक्त सर्कलों वाले गांवों में 31 जनवरी तक एक भी काम नहीं होगा
पटवारी एसोसिएशन अध्यक्ष रामभगत पटवारी व कोषाध्यक्ष संजीव चांदवास की अगुवाई में संचालित विरोध प्रदर्शन में राजस्व विभाग के अधिकारी, कर्मचारी ने अतिरिक्त सर्कलों में कलम छोड़ हड़ताल में भागीदारी कर सरकार की मंशा पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि सरकार की मनमानी के विरोध में अतिरिक्त सर्कलों वाले गांवों में 31 जनवरी तक एक भी काम नहीं होगा।
प्रदेश सरकार कर्मचारियों को अपमानित करने के लिए बार बार झूठी सूचि जारी करने की घटना के दो सप्ताह गुजरने के बाद भी प्रशासन व प्रदेश सरकार द्वारा कोई कार्यवाही न होने से पटवारी व कानूनगो एसोसिएशन के बैनर तले हजारों पटवारी, कानूनगो व सामाजिक संगठन आंदोलन करने को मजबूर हैं। इससे हजारों लोगों को दैनिक कामकाज के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है जिसके लिए सरकार जिम्मेवार है।
इधर दूसरी तरफ राजस्व विभाग के अधिकारियों की हड़ताल के कारण राजस्व, चकबंदी, सरल केन्द्रों में भूमि संबधी सरकारी कामकाज अधर मे लटका हुआ है और अतिरिक्त सर्कल के बीस गांवोंका काम संभाल रहे पटवारियों के दस्तावेज तैयार न होने व दस्तावेज सत्यापन न होने से सरल केन्द्रों पर नाममात्र का काम चल रहा है और एक तरह से सूनापन छाया रहा और सारा दिन भी नाममात्र रजिस्ट्री हुई।
पटवारियों की हड़ताल से विभागों का काम-काज ठप हो गया है। हालात ये हैं कि तहसील कार्यालयों में 20 गांवों 200 से ज्यादा रजिस्ट्री अटकी रही। सरकार को आज भूमि की रजिस्ट्री, जाति रिहायशी प्रमाण पत्र, जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं बनने से लोग परेशान रहे।