(Charkhi Dadri News) चरखी दादरी। स्वयं को आध्यात्मिक, मानवीय व सामाजिक मूल्यों में बांध व्यर्थ व नगेटिव से रक्षा कर सकारात्मक विचारों से भरपूर हो मित्रता है। यह उद्गार प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की कादमा शाखा के तत्वावधान में मित्रता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में तोशाम से पधारी राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी ने व्यक्त किए।
पांच दशक से ईश्वरीय सेवा में समर्पित बहन ने कहा कि एक सच्चा दोस्त वही है जो मुसीबत में साथ दे यह तभी संभव है जब दोस्ती में निस्वार्थ भाव समाया हो। ब्रह्माकुमारी बहन ने श्री कृष्ण सुदामा की दोस्ती का जिक्र करते हुए कहा की दोनों की दोस्ती इतनी प्रगाढ़ थी और एक दूसरे के प्रति विश्वास सम्मान रिगार्ड उनकी अंतरात्मा में भरपूर था तभी तो श्री कृष्ण सुदामा जी का दरिद्रपना न देख विशेषताएं देख उनको पूरा सम्मान व सहयोग दिया।
क्षेत्रीय प्रभारी ब्रह्माकुमारी वसुधा बहन ने कहा कि वर्तमान समय की परिस्थितियों को देखते हुए वास्तव में सच्चा दोस्त हमारा खुदा दोस्त है कहा भी जाता है जिसका साथी होगा भगवान क्या रोकेगा आंधी तूफान।
अगर हमारा निश्चय और विश्वास परमपिता परमात्मा शिव के साथ हो तो उनकी शिक्षाएं हमें विपरीत परिस्थितियों से भी बाहर निकाल रक्षा कर सकती हैं यही निशानी है एक सच्चे दोस्त की। भगवान को हम विभिन्न संबंधों से याद कर सकते हैं अनुभव कर सकते हैं इसलिए अपने खुदा दोस्त के साथ सच्ची दोस्ती करें अपने अंदर दिव्यता भरे जिसके बल से ही हम एक दिव्य और श्रेष्ठ समाज का निर्माण कर सकते हैं।
झोझूकलां सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी ज्योति बहन ने कहा कि दोस्ती का संबंध हम स्वयं बनाते हैं इसलिए उसको दिल से निश्चय और विश्वास से निभाना चाहिए कभी भी मित्रता में विश्वासघात नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारा सच्चा मित्र वही है जो हमारी कमी कमजोरियों को निकाल दिव्यता, पवित्रता, आनंद, खुशी आदि गुणों से भरपूर करें। इस अवसर पर सैकड़ो भाई-बहनें उपस्थित थे।
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