(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। सर्वहित साधना न्यास के तत्वावधान में आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बेरला में एक दिवसीय प्रेरणा सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्वामी सच्चिदानंद ने विद्यार्थियों को सकारात्मक रहने की प्रेरणा करते हुए कहा कि सकारात्मक दृष्टिकोण जीवन को जहां आनंदित करता है, वहीं कुछ अनूठा एवं विलक्षण करने की पात्रता भी प्रदान करता है।
इन्हीं स्थितियों में हम कई बड़े-बड़े और अनूठे काम कर गुजरते हैं। सकारात्मकता नैतिक साहस को बढ़ाती है। आमतौर पर युगों को बदलने वाले नायकों में ऐसे ही लक्षण देखने को मिलते हैं। हमें कुछ नया करने के लिए अपना नजरिया बदलना होगा। अंधेरों से लडऩे के लिए दीपक जलाने होंगे। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी की जीवन में कभी आलस्य प्रमाद नहीं आना चाहिए। प्रमाद में हम खुद की पहचान औरों के नजरिये से, पसंद से करते हैं, जबकि स्वयं द्वारा स्वयं को देखने का क्षण ही चरित्र की सही पहचान बनता है।
चरित्र का सुरक्षा कवच अप्रमाद है, जहां जागती आंखों की पहरेदारी में बुराइयों की घुसपैठ संभव ही नहीं। बिना आदतन संस्कारों के बदले न सुख संभव है, न साधना और न साध्य। इस अवसर पर प्राचार्य विशंभर सिंह, डॉ रमेश कुमार, सुनील कुमार बेरला, योगेंद्र चाहर, अनिल कुमार, डॉ राजेश श्योराण, राजेश कुमार, जगदीश शर्मा, पूनम, किरण, दीपिका, यशोदा, मंजू देवी, सुनीता, प्रीति जाखड़, रामभतेरी, संतोष, सुमन आर्य परमजीत, आनंद कुमार, अमित कुमार, रमेश चंद्र आर्य, प्रधान आर्य समाज बेरला, कुलदीप आर्य शास्त्री, चंदन प्रकाश, नवीन कुमार आदि की उपस्थिति रही।