(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। गांव भांडवा के खेतों में लगी आग से एक एकड़ से अधिक गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने किसानों की मदद से बड़ी मुश्किल से आग पर काबू पाया वरना बड़े क्षेत्र में नुकसान होता। आग लगने का कारण साथ लगते दूसरे खेतों के किसानों द्वारा अपने खेतों में फाना जलाने के लिए आग जलाने की सुचना है।
आग लगने का कारण साथ लगते दूसरे खेतों के किसानों द्वारा अपने खेतों में फाना जलाने के लिए आग जलाने की सुचना है
गांव भांडवा निवासी सत्येंद्र सिंह ने बताया कि उसके खेतों में गेहूं की फसल पककर तैयार खड़ी है लेकिन दोपहर के समय अचानक ही गेहूं में धुआं उडऩे लगा। जब उसने पड़ौसियों के साथ मौके पर पहुंच कर मुआयना किया तब तक आग काफी फैल चुकी थी और उसने बाढड़ा फायर ब्रिगेड व गांव से युवाओं को बुलाकर बड़ी मुश्किल पर आग पर काबू पाया लेकिन तब तक एक एकड़ से अधिक की फसलें राख में बदल चुकी था।
रमेश कुमार, बलवान सिंह, आनंद, रामसिंह, ओमप्रकाश इत्यादि किसानों ने बताया कि आग के कारण किसान की छह माह की मेहनत मिट्टी में मिल गई है वहीं प्रशासन को सारे मामले की जांच कर उचित मुआवजा मुहैया करवाना चाहिए। आग लगने का कारण साथ लगते दूसरे खेतों के किसानों द्वारा अपने खेतों में फाना जलाने के लिए आग जलाने की सुचना है।
प्रशासन सारे मामले की जांच में जुटा है। भाकियू अध्यक्ष हरपाल सिंह भांडवा की अध्यक्षता में किसान संगठनों ने आगजनी प्रभावित खेतों का दौरा कर पीडि़त किसानों से मुलाकात की तथा उनको आश्वस्त किया कि किसानों के नुकसान की भरपाई के लिए हरसंभव कदम उठाए जाऐंगे। आज दक्षिणी हरियाणा में नामामत्र सिंचाई सुविधा, महंगे भाव का शुल्क देने के बावजूद नाममात्र मात्रा में खाद बीज इस्तेमाल कर बड़ी मुश्किल से अनाज उत्पादन किया है लेकिन अब पकी हुई फसलें आग की भेंट चढ गई हैं।
उपमंडल के आधा दर्जन गांवों में अलग अलग समय हुई आगजनी की घटनाओं से लाखों का नुकसान हुआ है
इससे किसानों के सामने भुखमरी के हालात बन गए हैं। क्षेत्र के सांसद, विधायक को इस मामले में किसी तरह कोरी ब्यानबाजी की बजाए तुरंत प्रभाव से किसानों की सुध लेते हुए उनके नुकसान की भरपाई करनी चाहिए। उपमंडल के आधा दर्जन गांवों में अलग अलग समय हुई आगजनी की घटनाओं से लाखों का नुकसान हुआ है। जिला उपायुक्त को सारे मामले की जांच करवा कर प्रभावित किसानों को कम से कम एक लाख प्रति एकड़ मुआवजा जारी करना चाहिए वहीं ओलावृष्टि प्रभावित क्षेत्र के किसानों को भी तुरंत मुआवजा जारी करना चाहिए।