(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। गांव पिचौपा कलां के मौजिज ग्रामीणों ने माईंनिंग जोन में खनन करने वाली कंपनी पर ग्राम पंचायत को रायल्टी न देने के विरोध में आज तीसरे दिन भी धरना प्रदर्शना जारी रखा और आगामी दो दिन में फैसला न होने पर बेमियादी धरना प्रदर्शन पर क्षेत्र के सभी पंच, सरपंचों व मौजिज ग्रामीणों की बड़ी महापंचायत बुलाकर खनन कंपनी के साथ साथ जिला प्रशासन के खिलाफ कठोर फैसला लेने की चेतावनी दी।
पिचौपा कलां पहाड़ के खनन क्षेत्र में तीसरे दिन संचालित धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता डा. राजेंद्र सिंह व भीम सिंह ने की। धरने पर पहुंचे ग्रामीणों को संबोधित करते हुए पूर्व सरपंच बलवंत सिंह व रामधन नंबरदार इत्यादि आंदोलनकारियों ने कहा कि खनन कंपनी जानबूझ कर नियमों का उल्लंघन कर ग्राम पंचायत को नुकसान पहुंचा रही है। ग्रामीण कंपनी को बार बार रायल्टी का दस फिसदी जमा करवाने की अपील कर रहे हैं लेकिन ठेकेदार अपनी मनमानी से उनकी मांग को दरकिनार कर अपनी धौंस दिखा रहे हैं जो न्यायसंगत नहीं है।
एक अगस्त को माईंनिंग के कर्मचारियों ने कहा था कि 10 अगस्त तक बोली का दस प्रतिशत पंचायत के खाते में डाल दिया जाएगा
सभी ग्रामीणों को 1 सितंबर को पंचायत आयोजित कर सर्वसम्मति से फैसला लिया कि जब तक माईंनिंग कंपनी द्वारा बोली का दस प्रतिशत पंचायत को नहीं दिया जाएगा तब तक माईंनिंग को बंद कर बेमियादी धरना प्रदर्शन शुरु किया जाए। आज आंदोलनकारी ग्रामीणों ने बताया कि एक अगस्त को माईंनिंग के कर्मचारियों ने कहा था कि 10 अगस्त तक बोली का दस प्रतिशत पंचायत के खाते में डाल दिया जाएगा लेकिन कंपनी दस प्रतिशत नहीं देना चाहती है। ग्रामीणों ने धरनास्थल पर फैसला लिया है कि जब तक माईंनिंग कंपनी बोली का दस प्रतिशत पंचायत के खाते में जमा नहीं करवाती है तब तक माईंनिंग का काम बंद रखा जाएगा।
ग्रामीणों ने कहा कि कंपनी नियम अनूसार कार्य करें और राशि जमा करवाए तो उसे कार्य करने दिया जाऐगा नहीं तो उसे खनन क्षेत्र में कार्य नहीं करने दिया जाएगा। आगामी दो दिन में फैसला न होने पर बेमियादी धरना प्रदर्शन पर क्षेत्र के सभी पंच, सरपंचों व मौजिज ग्रामीणों की बड़ी महापंचायत बुलाकर खनन कंपनी के साथ साथ जिला प्रशासन के खिलाफ कठोर फैसला लेने की चेतावनी दी। आज के धरने पर सरपंच प्रतिनिधि अशोक कुमार, ग्रामीण डा. राजेंद्र सिंह, भीम सिंह, ठेकेदार सत्यवीर, जयवीर, राजेश, रामौतार, सुरजभान, पप्पू, संजय कुमार, जसवंत, वेदप्रकाश, सुरेंद्र, सुनील, धर्मवीर इत्यादि ग्रामीण मौजूद रहे।